दिन में किराए की कार से रेकी करने वाले चोरों के गैंग को PGI पुलिस ने दबोचा, कैश, गहने व कार बरामद

कार से रेकी
पुलिस की गिरफ्त में गैंग व बरामद सामान।

आरयू संवाददाता, 

पीजीआइ। चोरों के आतंक से लंबे समय से परेशान चल रही पीजीआइ पुलिस को आखिरकार सफलता मिल ही गयी। पीजीआइ पुलिस ने बीती रात मुखबिर की सूचना पर इलाके में ही स्थित शनिदेव मंदिर के पास से चोरों के एक ऐसे गैंग के तीन सदस्‍यों को पकड़ने में सफलता पाई है, जो किराए पर कार लेकर दिन में रेकी और रात में चोरी व लूट की घटना को अंजाम देते थे।

पुलिस ने चोरों के पास से घटना में प्रयुक्‍त कार के अलावा चोरी के गहने-नकदी भी बरामद कर राहत की सांस ली है। रविवार की दोपहर पीजीआइ पुलिस ने आरोपितों का चालान कर उन्‍हें न्‍यायालय में पेश किया, जहां से उन्‍हें जेल भेज दिया गया।

इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ अशोक कुमार सरोज ने बताया कि शनिवार की देर रात चोरों के शनिदेव मंदिर के पास होने की जानकारी मुखबिर से पुलिस को मिली थी। जिस पर पीजीआइ पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर आशियाना के देवी खेड़ा निवासी अविनाश शुक्‍ला व गोरी बाजार के अजय तिवारी के अलावा पीजीआइ हैवतमऊ मवैया निवासी रोहित रावत को धर दबोचा।

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पकड़े गए चोरों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि रात को घटना को अंजाम देने के लिए उनका गैंग दिन में एक हजार रुपए रोज के हिसाब कार किराए पर लेकर कॉलोनियों में रेकी करते थे। इस दौरान ट्रैवेल्‍स की कार व नंबर होने चलते कोई उनपर शक भी नहीं करता था। दिन में घर को चिन्हित करने के बाद गैंग रात में वहां धावा बोलकर नकदी-गहने व अन्‍य कीमती सामान चोरी व आवश्‍यकता पड़ने पर लूट लेता था।

लंबी है गैंग की क्राइम हिस्‍ट्री-

इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ के अनुसार पकड़ा गया गैंग लंबे समय से चोरी और लूट की घटनाओं में शामिल रहा है। गैंग लीडर रोहित रावत कई बार जेल भी जा चुका है। उसपर लखनऊ के साथ रायबरेली के थानों में भी मुकदमें दर्ज हैं। अकेले पीजीआइ कोतवाली में ही रोहित के खिलाफ चोरी, लूट व गैंगस्‍टर एक्‍ट के तहत सात मुकदमें पंजीकृत हैं। जबकि रायबरेली के भी तीन थानों में उसके खिलाफ चार मुकदमों के दर्ज होने का पता चल चुका है। वहीं कृष्‍णानगर और सरोजनीनगर में उसके खिलाफ मुकदमें दर्ज है।

इसके अलावा अविनाश शुक्‍ला पर पीजीआइ कोतवाली में लूट व चोरी के पांच मुकदमों के अलावा बीकेटी, बंथरा व सरोजनीनगर में भी मुकदमे पंजीकृत हैं। जबकि अजय तिवारी पर पीजीआइ में लूट-चोरी के आठ मुकदमों के अलावा कृष्‍णानगर, बंथरा व सरोजनीनगर कोतवाली में मुकदमें दर्ज हैं।

बरामद सामान व कैश-

घटना के दौरान इस्‍तेमाल की जाने वाली कार (एसेंट, संख्‍या यूपी 32 एचएन 1896) के अलावा सात हजार तीन सौ रुपए नकद, सोने का मंगलसूत्र, लॉकेट, नाक की कील, अंगूठी, चांदी की तीन जोड़ी पायल, दो अंगूठी व पांच बीछिया पुलिस ने आरोपितों के पास से पुलिस ने बरामद की है।

कार से रेकी
घटना में प्रयुक्त बरामद कार।

छह चोरियों का हुआ खुलासा-

पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने पीजीआइ कोतवाली क्षेत्र में तीन, आशियाना क्षेत्र में दो और सरोजनीनगर में एक चोरी की घटना में शामिल होने की बात कबूली है।

गिरफ्तारी करने वाली टीम-

इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ अशोक कुमार सरोज, एसआइ विमल कुमार बैगा, अरुण कुमार, हेड कांस्‍टेबल विमल कुमार, मंजूर खान, संदीप कुमार सिंह, कांस्‍टेबल धर्मेंद तिवारी, विकास यादव व बृजेश कुमार।