आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लखनऊ के गांधी प्रतिमा स्थल पर मौन व्रत धरने को लेकर सोमवार को यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने तंज कसा कसा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का तो पिछले साढ़े चार साल से मौनव्रत था यह मौनव्रत चुनाव के समय टूटता है। जब- जब चुनाव नजदीक आते हैं तब-तब विपक्ष के मौन व्रती नेता चुनावी बेला में अपने घरों से निकल पड़ते हैं। आज डिप्टी सीएम ने जयप्रकाश नारायण जयंती समारोह के अंतर्गत विश्वरैया हाल में आयोजित लोकतंत्र सेनानी सम्मेलन को संबोधित किया।
साथ ही कहा कि जब भी लोकसभा, विधानसभा या नगर पालिका का चुनाव आता है तो वह अपने मौन तोड़कर विशेष प्रकार की राजनैतिक यात्राओं पर निकल पड़ते हैं। वहीं अखिलेश यादव सहित विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनैतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कोई साइकिल पर निकल पड़ता है तो कोई नाव पर भ्रमण करता है। कोई अपने सफारी औरर कुर्ते के ऊपर जनैव पहन लेता है। यह लोग जिन जातियों का शोषण किए हुए होते हैं उनके सम्मेलन आयोजित करते हैं।
इन दिनों निकल रहीं यात्राओं पर डॉ. शर्मा ने कहा कि यात्रा निकालना विपक्ष का अधिकार है, लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद उनको एक और यात्रा के लिए तैयार रहना होगा। वह पराजय यात्रा होगी। भाजपा सरकार ने काम किया है। बीजेपी का मुददा आज विकास वाद है, लेकिन इनका मुददा परिवारवाद है। एक ही परिवार के तीन लोग चुनावी मौसम में निकल पड़ते है, लेकिन विपक्ष ने कोई काम नहीं किया है। जिस कारण उसके पास विकास का कोई मुद्दा नहीं है। डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रदेश में गहराए बिजली संकट पर कहा कि कोयला की कमी को जल्द दूर कर लिया जाएगा। यह क्षणिक संकट है। जिसे जल्द दूर कर लिया जाएगा।
यह भी पढ़ें- अभिभावकों के विरोध के बाद बोले दिनेश शर्मा,अनिवार्य नहीं विद्यार्थियों की उपस्थिति, कोरोना संक्रमण बढ़ा तो बंद होंगे स्कूल
दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 25 जून 1975 को इमरजेंसी घोषित की गई। खासतौर पर यूपी में लोकतंत्र परंपरा का हनन हुआ। सैकड़ों लोग जेल भेजे गए। लोगों की जबरन नसबंदी की गई। मीडिया सहित सभी संस्थानों की स्वतंत्रता पर कुठाराघात हुआ। भाजपा की सरकार लोकतंत्र की रक्षा लड़ने वाले सेनानियों को वह सम्मान दे रही है, जिसके वह अधिकारी हैं। लोकतंत्र सेनानियों को सभी तरह की बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी।
साथ ही कहा कि दिवंगत हो चुके लोकतंत्र सेनानियों के नाम पर उनके जिलों में पार्क और सड़क का नाम रखा जाएगा। सभी जिलों से उनके नामों वाला प्रस्ताव जल्द मंगाया जाएगा। शहीदों की तरह लोकतंत्र सेनानियों की अंत्येष्टि पर उनको सम्मान दिया जाएगा। हमारी सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों की पांच हजार रुपये की पेंशन को बढ़ाया। लोकतंत्र सेनानियों की अन्य मांगों पर सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक कर उसे पूरा किया जाएगा।