छप रही थी यूपी बोर्ड परीक्षा की डुप्‍लीकेट कॉपी, पुलिस ने छापेमारी कर किया जब्‍त

यूपी बोर्ड परीक्षा

आरयू ब्‍यूरो, 

वाराणसी। नकल माफियों पर नकेल कसने के लिए एक तरफ सरकार सख्‍त कदम उठा रही है। वहीं परीक्षा शुरू होने के मात्र चार दिन पहले ही यूपी बोर्ड परीक्षा की डुप्लीकेट कॉपियां छापने का बड़ा खुलासा हुआ है। छापेमारी में पुलिस ने बड़ी संख्या में कापियां बरामद कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि लाइन बाजार थाना क्षेत्र के जोगियापुर मोहल्ले में सूरज पुस्तक भंडार के नाम से दुकान है। उसी के पीछे प्रिंटिंग प्रेस है। प्रेस के जरिए सरकारी कार्यालयों में सभी प्रपत्रों की छपायी व प्रोफार्मा बनाने का कार्य होता है। क्राइम ब्रांच के प्रभारी विश्‍वनाथ यादव को सूचना मिली की यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षा में इस्तेमाल होने वाली कापियों की डुप्लीकेट कापियों की छपाई की जा रही है।

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सूचना के आधार पर पुलिस ने आज उस स्‍थान पर छापा मार कापियां जब्‍त कर लीं। जब्‍त की गई कापियां बोर्ड की कापियों की तरह कोडिंग वाली हैं। ये कापियां बदलापुर स्थित एक इण्टर कालेज के लिए छापी जा रही हैं। 20 हजार रुपये में हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की दो-दो हजार कापियों को छापने का ठेका हुआ था। पुलिस के अनुसार इस पूरे मामले में शिक्षा माफिया का हाथ लग रहा है। अब पूरे गिरोह को पकड़ने में पुलिस जुटी है।

सूचना मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट इन्द्रभूषण वर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश शुक्ल, प्रभारी बीएसए चन्द्रशेखर यादव मौके पर पहुंचे। पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस मालिक राम पलट मौर्य को गिरफ्तार कर लिया है और कापियों को सीज कर दिया है।

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एसओ लाइन बाजार मिथिलेश मिश्र की तहरीर पर प्रिंटिंग प्रेस मालिक के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी, 66 कापी राइट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस प्रिंटिंग प्रेस को वर्ष 2006 में भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय से चोरी गए स्टेशनरी सामान का उपयोग कर छपायी करने के आरोप में पकड़ा गया था।