आरयू वेब टीम।
महाभ्रष्ट इंजीनियर और काली कमाई के कुबेर के रूप में पहचाने जाने वाले यादव सिंह की मुसीबतें कम होने की जगह बढ़ रही है। जेल में बंद नोएडा प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को एक और कार्रवाई की।
ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत यादव सिंह की करीब 20 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली। जब्त की गई संपत्तियों में तीन कंस्ट्रक्शन कंपनी और एक फर्म शामिल है। यह संपत्तियां यादव सिंह की फरार चल रही पत्नी कुसुमलता के नाम है। ईडी अधिकारियों के अनुसार जब्त की गई संपत्तियों की कीमत 19.42 करोड़ है।
उल्लेखनीय है कि एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले के मास्टरमाइंड यादव सिंह के खिलाफ सीबीआई की ओर से एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद से लगातार ईडी ने यादव सिंह व उसके सहयोगी इंजीनियरों व बिल्डरों पर शिकंजा कसा था।
गंदे खेल के चलते जेल जाने के बाद यादव सिंह ने सीबीआई के सामने कबूल किया था कि उसको भ्रष्टाचार करने के लिए पत्नी कुसुमलता उकसाती थी। बता दें कि कुसुमलता अब भी फरार है, जबकि महाराजाओं की तरह जिंदगी जीने का शौकीन यादव सिंह लंबे समय से डासना जेल की सलाखों के पीछे कैद है।