आरयू ब्यूरो,लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर जान से मारने की धमकी वाला मैसेज आया है। ये मैसेज यूपी 112 के हेल्प डेस्क के वाट्सऐप नंबर पर भेजा गया था। इस बार एक नाबालिग ने डायल 112 पर मैसेज कर योगी को धमकी देते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल किया। सूचना के बाद पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई और सोमवार को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
धमकी भरा यह संदेश रविवार शाम डायल 112 के वाट्सएप नंबर पर भेजा गया था। पुलिस ने पूरे मामले से पुलिस कमिश्नर को अवगत कराया था। मामले की गंभरता को देखते हुए थाना सुशांत गोल्फ सिटी के चौकी प्रभारी (अहमामऊ) की तहरीर पर कल देर रात मुकदमा दर्ज किया गया था। साइबर सेल द्वारा फोन नंबर की जांच में धमकी करने वाले की लोकेशन आगरा में मिली, जिसके बाद सुशांत गोल्फ सिटी थाना प्रभारी सचिन सिंह के साथ टीम ने ग्राम अकोला थाना मांगरोल आगरा से आरोपित नाबालिग को धर दबोचा।
पूछताछ में आरोपित ने पुलिस को बताया कि विद्यालय बंद होने व पुलिस द्वारा घर के बाहर मैच ना खेलने देने से वह नाराज था। जिसके कारण ये मैसेज किया था। नाबालिग के पिता सरकारी प्राथमिक विद्यालय में मास्टर है। पुलिस का कहना है कि नाबालिग को बाल न्यायालय में पेश किया जा रहा है। पुलिस ने नाबालिक के पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया है, जिससे उसने धमकी भरा मैसेज भेजा था।
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छानबीन में सामने आया है कि नाबालिग ने मोबाइल फोन से संदेश डिलीट कर दिया था। पुलिस अब फॉरेंसिक टीम की मदद से डिलीट किए गए संदेश को रिकवर करने का प्रयास कर रही। पुलिस का कहना है कि नाबालिग से अन्य बिंदुओं पर पूछताछ की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि संदेश भेजने के पीछे नाबालिग के अलावा कोई अन्य तो नहीं था।
बता दें कि इससे पहले भी 21 मई को सीएम योगी को जान से मारने की धमकी मिली थी। यह धमकी भी यूपी पुलिस के 112 मुख्यालय में एक वॉट्सएप मैसेज के जरिए मिली थी। इसमें लिखा गया है सीएम को बम से मारने वाला हूं, मुसलमानों के जान के दुश्मन हैं वो।’ इसकी शुरुआती जांच के बाद इंस्पेक्टर गोमतीनगर की तरफ से थाने में एफआइआर लिखवा दी गई थी। आइपीसी की धारा 505 (1)(b),506 और 507 के तेहत केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच में पुलिस की टीमें लग गई हैं।