आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हुए फ्लाईओवर हादसे पर आज बसपा सुप्रीमो ने हादसे में मारे गए व घायल लोगों के प्रति दुःख प्रकट किया है। इस दौरान मायावती योगी सरकार पर भी जमकर बरसी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक के बाद एक संगीन अपराधिक घटनाएं होने के बाद भी योगी सरकार कोई कठोर कार्रवाई नहीं कर रही है, जिसके कारण रूकने के बजाए लगातार गंभीर आपराधिक घटनाए हो रही हैं और प्रदेश में जमीनी स्तर पर हर तरफ हिंसा, अराजकता व जंगलराज जैसे माहौल बन गया है।
मायावती ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा कि घोर आपराधिक लापरवाही के ऐसे संगीन मामलों में बीजेपी के शीर्ष नेताओं द्वारा सस्ती मानसिकता दिखाकर केवल मन पर बोझ बता देने और घायलों को अनुग्रह राशि देकर जिम्मेदारी से मुक्ति पा लेने का प्रयास सही नहीं है, बल्कि इसके लिए कुछ ठोस सुधारात्मक कार्रवाई व उपाय भी करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अकसर देखा गया है कि सरकार पीड़ित परिवारों व घायलों आदि को अनुग्रह राशि देकर अपने आपको जिम्मेदारी से मुक्त समझ लेती है, जबकि योगी सरकार को इस गंभीर व आपराधिक लापरवाही के मामले में घटना की तुरंत ही उच्च-स्तरीय जांच कराकर दोषियों को कड़ी-से-कड़ी सजा देनी चाहिए, जिससे ऐसी दर्दनाक घटनाओं को दोबारा होने से रोका जा सके।
वहीं हमला जारी रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी के मंत्री व नेताओं के बयानों में ही लोगों को हसीन सपने दिखाए जाने के प्रयास किए जाते हैं। अपराध नियन्त्रण व कानून-व्यवस्था के साथ- साथ खासकर दलितों व पिछड़ों के विरुद्ध जातिगत द्वेष, हिंसा व अत्याचार के मामले भी उत्तर प्रदेश में रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि ऐसे मामलो में अपराधियों को खुलेआम पुलिस व सरकारी संरक्षण मिलने के कारण स्थिति अत्यंत ही गंभीर बनती जा रही है।
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वहीं मंगलवार को गोरखपुर में हुई एक घटना का जिक्र करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि योगी सरकार के निष्पक्षता त्यागने और दलितों के खिलाफ इंसाफ का गला घोंटकर अपराधियों का साथ देने से मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है। उन्होंने आगे कहा कि न केवल अन्याय-अत्याचार बल्कि दलित हत्या के मामले में भी बीजेपी सरकार का ऐसा जातिगत रवैया दलित व पिछड़ा वर्ग-विरोधी चाल, चरित्र व चेहरे को पूरी तरह से बेनकाब करता है।
अखिलेश और राजबब्बर भी उठा चुकें हैं सवाल
बताते चलें कि वाराणसी में फ्लाईओवर की बीम गिरने के बाद उसके चपेट में आकर 18 लोगों की जहां मौत हो गयी थी। वहीं 30 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। जिनमें से कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं इस हादसे को लेकर विपक्ष ने योगी सरकार को कल से ही निशाना बनाना शुरू कर दिया था। मंगलवार को हादसे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर समेत तमाम नेताओं ने बयानबाजी कर योगी सरकार की कार्यप्रणाली को कठघरे में खड़ा किया था।
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वाराणसी में पुल के हादसे में लोगों को बचाने के लिए मैं वहाँ के अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूँ कि वे बचाव दल के साथ पूरा सहयोग करें और सरकार से ये अपेक्षा करता हूँ कि वो केवल मुआवज़ा देकर अपनी ज़िम्मेदारी से नहीं भागेगी बल्कि पूरी ईमानदारी से जाँच करवायेगी.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 15, 2018
#वाराणसी हादसे में जिनके प्रियजनों की जानें गईं हैं उनके साथ संवेदना प्रकट करता हूं । यूपी सरकार द्वारा घोषित 5 लाख रूपये का मुआवज़ा नाकाफ़ी है । प्रधानमंत्री अपने चुनावक्षेत्र के लोगों का दर्द सुनें और जायज़ मुआवज़ा दें । pic.twitter.com/s0oGyuWp2l
— Raj Babbar (@RajBabbar23) May 15, 2018