आरयू ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में कराए जा रहे चुनाव का स्वागत करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है कि चुनाव आयोग केन्द्र सरकार को एक फरवरी को आम बजट नहीं पेश करने का निर्देश दे। चुनाव के दौरान लुभावने बजट पेश करके केन्द्र सरकार विधानसभा चुनाव को प्रभावित कर सकती है।
2012 की तरह इस बार फिर सभी पांच राज्यों में मतदान हो जाने के बाद चुनाव आयोग केन्द्र सरकार को बजट पेश करने का निर्देश दे ताकि, विधानसभा चुनाव में मतदाता किसी प्रकार से प्रभावित ने होने पाए।
‘चुनाव में सरकारी मशीनरी को दुरूपयोग कर सकती है सपा सरकार’
पूर्व मुख्यमंत्री ने सपा सरकार पर हमला बोलते हुए चुनाव आयोग से मांग की है कि प्रदेश में मचे जंगलराज के बीच अधिक से अधिक केन्द्रीय सुरक्षा बल लगाकर चुनाव कराए जाए। जिससे कि यूपी में शांतिपूर्ण ढंग के साथ ही निष्पक्ष चुनाव हो सके।
सपा अपने स्वार्थ के चलते चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर सकती है। वह समय-समय पर इस प्रकार की हरकत करती रही है। चुनाव को पक्षपात से बचाने के लिए केंद्रीय बलों को कड़ी निगरानी रखनी होगी।
‘अपने दम पर यूपी सहित उत्तराखंड व पंजाब में चुनाव लड़ेगी BSP’
मायावती ने बयान में कहा कि बहुजन समाज पार्टी अपने दम पर उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड और पंजाब में भी चुनाव लड़ेगी। बीएसपी मूवमेंट के हित को देखते हुए वह किसी भी पार्टी से समझौता नहीं करेगी। पार्टी ने चुनाव के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
आचार संहिता को सख्ती से लागू कराने के लिए वह अपने पार्टी के लोगों की मीटिंग कर निर्देश जारी करेंगी। जबकि दूसरी सपा, भाजपा व कांग्रेस के लोगों को आचार संहिता का पालन कराने के लिए चुनाव आयोग को सख्ती से पेश आना होगा।