घर में इन परिस्थितियों में मिली इलेक्ट्रीशियन की मफलर से बंधी लाश, हत्या-आत्म‍हत्या में उलझी पुलिस

इलेक्ट्रीशियन
संजय कुमार। (फाइल फोटो)

आरयू संवाददाता, पीजीआइ। पीजीआइ कोतवाली की वृंदावन कॉलोनी में मंगलवार की शाम संदिग्‍ध परिस्थितियों में एक इलेक्‍ट्रीशियन की घर में ही मफलर के फंदे से बंधी हुई लाश मिली है। मृतक का दोनों पैर जमीन पर रखा हुआ था, जबकि रोशनदान में बंधें मफलर के फंदे के सहारे मृतक की गर्दन कसी थी।

सूचना पाकर मौके पर पहुंची पीजीआइ पुलिस ने शव को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्रत्‍यक्षदर्शियों के अनुसार बिजली मिस्‍त्री की हत्‍या करने के बाद हत्‍या को अत्‍महत्‍या दिखाने के लिए लाश फंदे के सहारे बांधा गया था। वहीं पुलिस भी हत्‍या की बात से इंकार नहीं कर रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने पर पूरी स्थिति स्‍पष्‍ट हो पाएगी।

वृंदावन कॉलोनी सेक्टर 5ई (तेलीबाग) में पति नौमी लाल गौतम की मौत के बाद से शांति देवी पेशे से इलेक्‍ट्रीशियन बेटे संजय कुमार गौतम (26) व दो अन्‍य बेटों के साथ अपने मकान में रहती थीं। संजय के भाई अजय कुमार गौतम ने पुलिस को बताया कि वह अपनी मां शांति देवी व छोटे भाई के साथ बहन से मिलने सोमवार को माढ़रमऊ गांव गया था। आज शाम वापस लौटा तो मकान के प्रथम तल पर मफलर के फंदे के सहारे रोशनदान से संजय कुमार की लाश बंधी हुई थी। अजय की सूचना पर घटनास्‍थल पर पहुंची पीजीआइ पुलिस ने शव की फोटोग्राफी कराने के साथ ही लाश को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

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घटना के बाद मौके पर जुटे लोग।

वहीं जांच के लिए मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी तेलीबाग आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि शव के दोनों पैर जमीन पर रखे थे। सात फिट ऊपर रोशनदान से मफलर बांधा गया था, जबकि लाश के पास ही दो फिट ऊंचा स्टूल पड़ा था। मामला संदिग्ध है पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।

पैर से निकल रहा था खून, मकान का दरवाजा था खुला

वहीं प्रत्‍यक्षदर्शियों ने संजय के ही जानने वाले पर उसकी हत्‍या करने का अंदेशा जता रहे थे। संजय के पैर से खून निकलता देख आसपास के लोगों का कहना था कि संजय की हत्‍या से पहले उसकी पिटाई भी की गयी। वहीं घर में आने-जाने वाले ही किसी व्‍यक्ति ने उसकी हत्‍या करने के बाद घटना को आत्‍महत्‍या का रूप देने के लिए लाश को लटकाने का प्रयास किया होगा। साथ ही हत्‍या करने के बाद हत्‍यारे मकान के दरवाजे को खुला ही छोड़कर भाग गए होंगे।

बच्‍चों के साथ पत्‍नी गयी थी मायके, सुबह ही मिलकर लौटा था संजय

बताया जा रहा है कि घरेलू कलह और त्‍योहार के चलते संजय की पत्‍नी रोली उर्फ राधिका तीन साल के बेटे पीयूष, दो वर्षीय बेटी दिव्यांशी के साथ आजकल अपने मायके में रह रही थी। आज सुबह ही संजय उससे मिलकर लौटा था।

संपत्ति से बेदखल करना चाहती थी मां

इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ के अनुसार संजय की अपनी मां से नहीं बनती थी। शराब की लत की वजहें से घर में आए दिन कलह होता रहता था। नशे के चलते संजय अपनी मां को मारता-पीटता भी था। इन्‍हीं कारणों से दुखी होकर मां उसे अपनी संपत्ति से बेदखल करना चाहती थीं। इसके लिए उसने पीजीआइ पुलिस को प्रार्थना पत्र भी दिया था।

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इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ के अनुसार परिजनों ने किसी पर हत्‍या का आरोप नहीं लगाया है। हालांकि पुलिस मामले को देखते हुए आत्‍महत्‍या समेत अन्‍य बिन्‍दुओं पर भी जांच कर रही है। कल पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट आने पर मौत की वजहें साफ हो जाएगी।

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