आरयू संवाददाता,
लखनऊ। केरल में आई जानलेवा बाढ़ के बाद यूपी में बाढ़ प्रभावित इलाकों को देखते हुए शनिवार को सूबे की राजधानी लखनऊ में आदिगंगा गोमती नदी से राहत की कामना के साथ 2075 राखी बांधी गयी।
आदि गंगा गोमती नदी के दोनों सिरों को मिलाते हुए संवत 2075 का अनुसरण कर 2075 राखियों को गोमती नदी पर बांधा गया। इस मौके पर राखी बांधती महंत देव्या गिरी ने मीडिया को बताया कि ऐसा कर वो लोग केरल व यूपी के लोगों के लिए राहत की कामना कर रहे हैं। इस दौरान पूर्णिमा समारोह डालीगंज प्राचीन शिव धाम श्री मनकामेश्वर मठ-मंदिर की ओर से मनाया गया।
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वहीं आज शंख डमरू, नगाड़ा, नागफनी जैसे पारंपरिक वाद्यों के साथ जयघोष करते हुए गोमती नदी को राखियां अर्पित की गई। महिलाओं ने इस अवसर पर हरे वस्त्र धारण कर प्राकृतिक पंचरंगीय द्रव्यों से सावन का श्रृंगार अभिषेक किया।
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कल काशी के गंगा घाट की तर्ज पर होगी महाआरती
दूसरी ओर कल के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए महंत देव्या गिरी ने बताया कि रक्षाबंधन पर रविवार को शाम पांच बजे मनकामेश्वर उपवन घाट में बनी 11 वेदियों पर मां गोमती की वाराणसी के गंगा घाट की तर्ज पर महाआरती की जाएगी।
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