आरयू वेब टीम। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से विकसित की गयी कोविड-19 रोधी दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) को सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की मौजूदगी में लॉन्च किया गया। डीसीजीआइ ने डीआरडीओ की कोविड रोधी दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) को हाल ही में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी।
डीआरडीओ ने इस दवा को डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के साथ मिलकर तैयार किया है। इस संबंध में डीआरडीओ के डॉक्टर एके मिश्रा ने मीडिया को बताया, “किसी भी टिशू या वायरस के ग्रोथ के लिए ग्लूकोज का होना बहुत जरूरी होता है, लेकिन अगर उसे ग्लूकोज नहीं मिलता तो उसके मरने की उम्मीद बढ़ जाती है। इसी को हमने मिमिक करके ऐसा किया कि ग्लूकोज का एनालॉग बनाया। वायरस इसे ग्लूकोज समझ कर खाने की कोशिश करेगा, लेकिन ये ग्लूकोज नहीं है, इस वजह से वायरस की मौत हो जाएगी। यही इस दवाई का बेसिक प्रिंसिपल है।”
साथ ही उन्होंने कहा कि इस दवा से ऑक्सीजन की कमी भी नहीं होगी। जिन मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत है, उन्हें इसको देने के बात फायदा होगा और वायरस की मौत भी होगी, जिससे इंफेक्शन का चांस कम होगा और मरीज जल्द से जल्द रिकवर होगा।
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डॉक्टर एके मिश्रा ने बताया कि इस दवा के तीसरे फेज के ट्राएल के अच्छे नतीजे आए हैं। जिसके बाद इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि हम डॉ. रेड्डीज के साथ मिलकर ये कोशिश करेंगे कि हर जगह और हर नागरिक को मिले।
एके मिश्रा ने आगे कहा कि इस दवाई को हर तरह के मरीज को दिया जा सकता है। हल्के लक्षण वाले कोरोना मरीज हो या गंभीर मरीज, सभी को इस दवाई को दी जा सकेगी। बच्चों के इलाज में भी ये दवा कारगर होगी, हालांकि उन्होने कहा कि बच्चों के लिए इस दवा की डोज अलग होगी।