आरयू वेब टीम। ग्रेटर नोएडा स्थित वेनिस मॉल और कुछ अन्य स्थानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए छापेमारी की। ये छापे नोएडा स्थित एक ‘रियल्टी समूह’ के खिलाफ धोखाधड़ी केस की जांच के तहत मारे गए। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। इस समूह पर घर खरीदारों से करीब 40 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।
मिली जानकारी के मुताबिक ये कार्रवाई ‘भसीन इन्फोटेक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड’, इसके निदेशक और प्रवर्तक सतिंदर सिंह भसीन और कुछ अन्य के खिलाफ की गयी है। कंपनी पर आरोप है कि उसने निवेशकों से फेस्टिवल सिटी समेत कई प्रोजेक्ट्स में घर और कमर्शियल यूनिट देने का वादा किया था, लेकिन उनकी पूंजी को अन्यत्र निवेश कर दिया गया। इस मामले में अब तक 40 से अधिक एफआइआर दर्ज हो चुके हैं।
बताया जा रहा है कि भसीन ग्रुप और डीएस ग्रुप के बीच हुई पार्टनरशिप के बाद विवाद उत्पन्न हो गया था। आरोप है कि करार के बाद भसीन ग्रुप ने नियमों का उल्लंघन करते हुए डीएस ग्रुप को अनुबंध से बाहर कर दिया। इस करार में करोड़ों रुपये के लेनदेन की बात सामने आ रही है, जिसकी जांच ईडी कर रही है।
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वहीं ईडी ने ग्रेटर नोएडा के अलावा मुंबई, गोवा समेत कई अन्य ठिकानों पर भी एक साथ छापेमारी की है। इस मामले में भसीन ग्रुप के प्रमुख सत्येंद्र उर्फ मोंटू भसीन समेत कई अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों की गिरफ्तारी भी संभव मानी जा रही है।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले मोंटू भसीन को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें हाई कोर्ट के आदेश पर रिहा कर दिया गया। अब एक बार फिर यह मामला सुर्खियों में है। इस पूरे घटनाक्रम से ग्रेटर नोएडा के रियल एस्टेट सेक्टर में हलचल मच गई है और निवेशक एक बार फिर अपने पैसों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।