आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देश भर की सुर्खियों में छाए हाथरस हैवानियत कांड की जांच सीबीआइ से कराई जाएगी। शनिवार शाम डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश चंद्र अवस्थी के हाथरस से लौटने के बाद योगी सरकार की ओर से इसका ऐलान किया है। समझा जा रहा है कि दोनों आलाधिकारियों की रिपोर्ट के बाद सीएम योगी ने हाथरस कांड की सीबीआइ से जांच कराने की बात पर मुहर लगाते हुए इसकी सिफारिश की है।
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सीएम ने सीबीआइ से जांच की सिफारिश के करने के फैसले के बाद मीडिया से कहा है कि हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण घटना और जुड़े सभी बिंदुओं की गहन पड़ताल के उद्देश्य से यूपी सरकार इस प्रकरण की विवेचना केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के माध्यम से कराने की संस्तुति कर रही। वहीं मुख्यमंत्री ने आगे कहा है कि हाथरस कांड के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को कठोरतम सजा दिलाने के लिए हम संकल्पबद्ध हैं।
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बताते चलें कि दलित युवती के साथ गैंगरेप और उसके बाद हुई उसकी मौत के मामले की जांच पहले से ही एसआइटी कर रही है। राज्य सरकार ने इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का फैसला लिया था। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद राज्य सरकार ने अब इस केस को सीबीआइ को सौंपने का फैसला किया है।