आरयू वेब टीम।
सीएम अखिलेश यादव ने सोमवार को पूर्वांचल के देवरिया और गोरखपुर में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। बांस गांव विधानसभा सीट से सपा उम्मीदवार शारदा देवी के समर्थन में करते हुए अखिलेश ने कहा कि हमने विकास के बहुत सारे काम किए हैं। प्रधानमंत्री जी बताएं कि उन्होंने अब तक कौन-कौन से काम किए।
अखिलेश ने दावा किया कि हम काम करते हैं, काम की बात करते हैं, लेकिन मोदी जी काम नहीं करते हैं वह सिर्फ मन की बात करते हैं। लोगों को अच्छे दिन लाने का सपना दिखाकर नरेंद्र मोदी बुरे दिन दिखा रहे हैं।
पीएम ने नोटबंदी करके देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करने की कोशिश की है। नोटबंदी से विकास की रफ्तार धीमी हो जाएगी बल्कि आने वाले समय में लोगों के सामने बड़े पैमाने पर रोजगार का संकट खड़ा होगा।
चुनौती की बात को आज फिर दोहराते हुए सपा मुखिया ने कहा कि मोदी को मैं चुनौती देता हॅू कि वह हमारे साथ नोटबंदी के मुद्दे पर खुली बहस करें। वह बताएं कि नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंकवाद पर कितनी रोक लगी।
मायावती को निशाना बनाते हुए अखिलेश ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी ने गुपचुप तरीके से 2014 के लोकसभा चुनाव में अपने वोटों को भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में ट्रांसफर करवाया जिससे भाजपा के 73 सांसद चुनाव जीतने में कामयाब हो सके। भाजपा और बसपा आपस में मिली हुई हैं।
उन्होंने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि बहुजन समाज पार्टी से सावधान रहने की जरूरत है। इस चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन की भारी जीत होगी क्योंकि प्रदेश की जनता हमारे काम-काज से खुश है और पूरी तरह हमारे साथ है।
अखिलेश यादव ने जनता से कहा कि पहले चार चरणों की तरह पांचवें चरण के मतदान में भी समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में जमकर वोटिंग हुई है।
प्रदेश के लोगों का उत्साह बता रहा है कि विधानसभा चुनाव के बाद सूबे में सपा-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि अब तक के अपने कार्यकाल में उन्होंने उत्तर प्रदेश के लिए कौन सा बड़ा काम किया है।
गोरखपुर के सांसद योगी अदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्वांचल में बेहतर इलाज के लिए हमने एम्स (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) की स्थापना के लिए 200 एकड़ जमीन दी लेकिन गोरखपुर के बाबा के इशारे पर उस जमीन को विवादित बना दिया गया।
उसके बाद हमने एम्स के लिए दूसरी जमीन दी। प्रधानमंत्री ने एम्स का शिलान्यास तो कर दिया, लेकिन निर्माण कार्य बहुत धीमा चल रहा है। पीएम बताएं कि एम्स में कब से लोगों का इलाज होना शुरू हो सकेगा।