आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। अगामी सात फरवरी से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं को नकल विहीन कराने के लिए उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बुधवार को अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं। उप मुख्यमंत्री के सभी निर्देशों को जानने के बाद आप भी कह उठेंगे कि अगर ऐसा हुआ तो नकल तो दूर परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा। हालांकि निर्देशों का पालन कराना योगी सरकार के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।
आइये जानते हैं डिप्टी सीएम ने योजना भवन में अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर कौन-कौन से निर्देश दिए हैं-
उप मुख्यमंत्री के अनुसार परीक्षा केंद्रों में जिस जगह पर प्रश्न-पत्र रखे जायेंगे वह स्थान 24 घण्टे लगातार सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगा। परीक्षा केंद्र बनने वाले विद्यालयों में प्रश्न पत्रों की सुरक्षा एवं गोपनीयता बनाए रखने तथा उत्तर पुस्तिकाओं को सुरक्षित रखने के लिए पूरी व्यवस्था समय से पूरी हो जानी चाहिए।
समय सारिणी के अनुसार परीक्षा केंद्रों पर खुले प्रश्न पत्र
दिनेश शर्मा ने कहा कि साथ ही सभी जिला विद्यालय निरीक्षक यह सुनिश्चित कर लें कि बोर्ड द्वारा निर्धारित समय सारिणी के अनुसार परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न-पत्रों के लिफाफे खोले जाय। नकलविहीन परीक्षा पूरी कराने के लिए हर संभव उपाय करने के साथ ही नकल माफियाओं पर पूरी तरह से शिकंजा कसा जाय, जो भी दोषी मिले उसके ऊपर तेजी दिखाते हुए फौरन कड़ी कार्यवाही भी की जाए।
हर परीक्षा केंद्र पर नियुक्त होगा मजिस्ट्रेट
उप मुख्यमंत्री ने आज निर्देश दिया कि हर परीक्षा केंद्र पर एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किये जाए साथ ही सेक्टर मजिस्ट्रेट/सचल दलों को जिला प्रशासन द्वारा समुचित सुविधाएं भी मुहैय्या कराएगा।
केंद्रों पर बाहर से करायी जाने वाली नकल के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट होगा जिम्मेदार
वहीं परीक्षा केंद्रों पर बाहर से करायी जाने वाली नकल की रोकथाम के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट को जिम्मेदार बनाया जाएगा। परीक्षा केंद्रों के परिसर की सीमा घोषित की जाए। परीक्षा में लगे केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक, सहायक कर्मियों तथा परीक्षार्थियों के अलावा अन्य किसी का भी प्रवेश निषिद्ध रहेगा।
संवेदनशील केंद्रों पर निगरानी की डीएम करेंगे व्यवस्था
परीक्षा शुरू होने से पहले संवेदनशील केंद्रों की पहचान करने के लिए डीएम की अध्यक्षता में बैठक करते हुए उन केंद्रों पर निगरानी के लिए विशेष व्यवस्था भी की जाए।
केंद्र में पाठ्य सामग्री, कैलकुलेटर, मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे
वहीं परीक्षा केंद्र वाले परिसर में परीक्षार्थियों को पाठ्य सामग्री, पेजर, सेल्युलर फोन, कैलकुलेटर, मोबाइल आदि ले जाने की अनुमति बिल्कुल भी नहीं होगी। परीक्षा केंद्र के बाहर समाज विरोधी तत्वों या बाहरी व्यक्ति को एकत्र होने से रोकने के लिए भी प्रभावी व्यवस्था की जाय।
केंद्रों के आसपास न हो शोर
इसके अलावा डिप्टी सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि परीक्षार्थियों के तनाव मुक्त व शांतिपूर्ण वातावरण में परीक्षा देने और शिक्षकों के सम्मान की रक्षा के भी पूरे प्रबंध किए जाएं। जिससे कि कोई भी उसमें व्यधन न डालने पाए।
केंद्रों व विद्यालयों की कराई जाए जांच
वहीं दिनेश शर्मा ने सभी मण्डलीय और जनपदीय अधिकारियों को विद्यालयों में सही ढंग से पठन-पाठन सुनिश्चित करने के लिए शैक्षिक पंचांग के अनुसार विद्यालय में नियमित पठन-पाठन की स्थिति, विद्यालय का भौतिक परिवेश तथा स्वच्छता की स्थिति, शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक पदों पर रिक्तियों की स्थिति, विद्यालय द्वारा परीक्षा केंद्र बनाने के लिए आवेदन की दशा में विद्यालय की भौतिक सुविधाओं के सत्यापन की स्थिति, स्मार्ट क्लास स्थापना के लिए आंकलन किये जाने के भी निर्देश आज दिए हैं।
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उल्लेखनीय है कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं अगामी सात फरवरी से शुरू हो रही हैं। हाईस्कूल की परीक्षाएं जहां 14 कार्य दिवसों में 28 फरवरी को, जबकि इण्टरमीडिएट की परीक्षाएं 16 कार्य दिवसों में दो मार्च तक चलेंगी।
साथ ही उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रदेश के राजकीय/अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 31 मार्च, 2019 को सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के सेवानैवृत्तिक देयों के समयबद्ध भुगतान के लिए सभी औपचारिकताएं, वित्तीय हस्तपुस्तिका के प्रावधानों के अनुसार जरूर से पूरी कर ली जाए।
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समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा राजेंद्र कुमार तिवारी, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा वीके पाण्डेय, विशेष सचिव चंद्र विजय सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहें।