आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे उपचुनाव के पर्चा दाखिले में हुए बवाल के बाद आज औरैया जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को उन्नाव-एक्सप्रेसवे पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उन्हें भौराह कृषि विज्ञान केंद्र में नजरबंद कर रखा है। वहीं अखिलेश यादव को हिरासत में लेते ही समाजवादी कार्यकताओं ने हाईवे पर हंगामा शुरू कर दिया, जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर कार्यकताओं को भी हिरासत में ले लिया है। पुलिस की इस कार्रवाई से सपा समर्थकों में जबरदस्त गुस्सा है। करीब घंटे भर बाद अखिलेश यादव को रिहा किया गया।
सपाईयों ने राजधानी में किया हंगामा
दूसरी ओर अखिलेश यादव को हिरासत में लिए जाने की खबर लगते हुए सपा से जुड़े लोगों ने राजधानी में भी जमकर हंगामा किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने एनेक्सी के गेट पर ताला भी लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस सपाईयों को बलपूर्वक हिरासत में लेकर हजरतगंज कोतवाली ले गई।
वहीं रिहा होने के बाद लखनऊ पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार सपा कार्यकर्ताओं को जेल भेजना चाहती है तो भेज दे हम पीछे हटने वालों में से नहीं है। सच तो यह है कि यह प्रदेश सरकार विपक्ष को पूरी तरह से खत्म करना चाहती है जो लोकतंत्र की हत्या जैसा है।
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का आरोप है कि यूपी पुलिस ने मीडिया के कैमरे बंद करवाकर सपा कार्यकर्ताओं की बेरहमी से पिटाई की। वे इसी का विरोध करने के लिए एक्सप्रेस वे के रास्ते औरैया जा रहे थे। उन्हें रोकने के लिए एक्सप्रेस वे पर हसनगंज टोल प्लाजा के पास पुलिस ने नाकाबंदी की, जिसे पार्टी कार्यकर्ता और नेता तोड़ते हुए आगे बढ़े।
पुलिस ने चेतावनी का असर न होता देख सपा कार्यकताओं पर लाठीचार्ज कर खदेड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया। मुखिया को पुलिस के हिरासत में देख सपा कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। नेताओं की तनातनी के बीच पुलिस ने हिरासत में लेने का एलान करके नेताओं को घेर लिया। करीब 35 गाडिय़ों में सवार समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस उन्हें कुंवर वीरेंद्र सिंह कृषि विज्ञान धौरा, हसनगंज के गेस्ट हाउस में ले गई। वहां पूर्व मुख्यमंत्री के साथ बाकी सपा नेताओं के रखने के लिए अस्थाई जेल बनाई गई है।
यह था मामला
बता दें कि औरैया जिला मुख्यालय ककोर में बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी से दीपू सिंह और समाजवादी पार्टी से सुधीर यादव उर्फ कल्लू सिंह का नामांकन होना था। दीपू सिंह का नामांकन जैसे ही सम्पन्न हुआ सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर भाजपा वालों का साथ देने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
देखते ही मामला इतना बढ़ गया कि उग्र सपा कार्यकर्ताओं ने पथराव कर सड़क पर खड़े वाहनों में आग लगा दी। आगजनी और पथराव के बीच पुलिस ने हालात नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने के साथ ही सपा के पूर्व विधायक प्रदीप यादव को हंगामा करने पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
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वहीं इस घटना के बाद बीती शाम को ही अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया था पुलिस बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने मीडिया के कैमरे बंद करवाकर सपा के पूर्व विधायक प्रदीप यादव की बेरहमी से पिटाई की।