आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ के नगर निगम की कमान आज गौरव कुमार ने संभाल ली है। 2018 बैच के आइएएस अफसर गौरव कुमार को नगर निगम मुख्यालय में पूर्व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने उन्हें पदभार सौंपा। इस मौके पर गौरव कुमार ने कहा कि लखनऊ की सफाई उनकी पहली प्राथमिकता होगी साथ ही जनता की समस्याओं का समय से समाधान किया जाएगा और नगर निगम में जीरो टॉलरेंस की नीति चलेगी जिसमें किसी भी तरह की लापरवाही व भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं होगी।
नगर आयुक्त के साथ ही गौरव कुमार ने लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) का भी पदभार ग्रहण किया। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर को तकनीकी रूप से सशक्त और नागरिक सुविधाओं से युक्त बनाने की दिशा में वे सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
मूल रूप से चंडीगढ़ के रहने वाले गौरव कुमार ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा चंडीगढ़ से ही प्राप्त करते हुए मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। प्रशासनिक सेवा में आने से पहले वे तकनीकी और प्रबंधन से संबंधित क्षेत्रों में भी दक्षता प्राप्त कर चुके हैं। अपने प्रशासनिक जीवन में उन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए कुशल प्रबंधन और जनहित में कई महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दिया है।
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नगर आयुक्त की कुर्सी संभालने के बाद गौरव कुमार ने मीडिया से बात करते हुए अपनी प्राथमिकताएं बताई। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके कार्यकाल का उद्देश्य सिर्फ विकास कार्य कराना नहीं, बल्कि एक संवेदनशील, जवाबदेह और पारदर्शी शहरी प्रशासन स्थापित करना भी होगा।
सफाई होगी सबसे पहली प्राथमिकता-
नवागत नगर आयुक्त ने कहा कि लखनऊ की सफाई उनकी सबसे पहली प्राथमिकता होगी, हालांकि उन्होंने यह भी सफाई सिर्फ नगर निगम की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि इसमें नागरिकों की भी भागीदारी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को दुरुस्त किया जाएगा और घर-घर कूड़ा संग्रहण, सार्वजनिक स्थानों की नियमित सफाई और कचरा निस्तारण की प्रक्रिया को तकनीकी आधार पर मजबूत किया जाएगा। उन्होंने स्वच्छता रैंकिंग में लखनऊ को शीर्ष पर लाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया।
लापरवाही-भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं, समय से हल होंगी जनता की समस्या-
छोटी-छोटी शिकायतों को लेकर जनता के परेशान होने पर गौरव कुमार ने मीडिया से कहा कि नगर निगम को एक जनोन्मुखी संस्था की तरह ही काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नगर निगम में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नहीं होगा। जनता की शिकायतों के समाधान के लिए एक प्रभावी शिकायत निवारण प्रणाली लागू की जाएगी, जिसमें ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने से लेकर समयबद्ध समाधान तक की व्यवस्था होगी।
सुधार के साथ पारदर्शी बनाएंगे टैक्सेशन प्रणाली-
नगर निगम के टैक्स को लेकर उठने वाले सवाल पर गौरव कुमार ने कहा कि नगर निगम की आय बढ़ाने और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए टैक्सेशन प्रणाली को और मजबूत व पारदर्शी बनाया जाएगा। संपत्ति कर सहित अन्य करों की वसूली में पारदर्शिता लाई जाएगी, और करदाताओं को डिजिटल माध्यमों से भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
जल भराव का होगा परमानेंट इलाज-
वहीं लखनऊ के कई क्षेत्रों में हर साल बरसात के दौरान जल भराव की गंभीर समस्या उत्पन्न होने की बात पर नगर आयुक्त ने इसे नगर निगम की प्राथमिक चुनौतियों में से एक बताया और कहा कि जल निकासी की प्रणाली को दुरुस्त करना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। इसके लिए नालियों की समयबद्ध सफाई, ड्रेनेज नेटवर्क की मैपिंग और निगरानी की व्यवस्था की जाएगी।
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करेंगे सर्वांगीण और समावेशी विकास-
गौरव कुमार ने अपने कार्यकाल के पहले दिन यह भी दावा किया कि वे निगम अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों, स्थानीय नागरिकों, सामाजिक संगठनों और युवाओं के साथ मिलकर शहर के सर्वांगीण विकास की दिशा में काम करेंगे। उनका मानना है कि जब सभी वर्गों की भागीदारी होती है, तभी शहर का समुचित और संतुलित विकास संभव होता है।
वहीं आज नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने विभाग के मुखिया गौरव कुमार का स्वागत करते हुए उन्हें अपने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
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दूसरी तरफ युवा आइएएस अफसर गौरव कुमार के चार्ज संभालने के बाद लखनऊ शहर में भी उनके नेतृत्व को लेकर एक नई उम्मीद देखी जा रही। आने वाले दिनों में नगर आयुक्त राजधानी के विभिन्न वार्डों का दौरा करेंगे और स्वयं जमीनी स्तर पर समस्याओं का आंकलन कर त्वरित निर्णय लेंगे।