आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। आज यूपी विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन विरोधी दलों के सदस्यों के नारेबाजी और अभिभाषण के दौरान राज्यपाल पर कागज के गोले फेंकने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी नाराज नजर आएं। हंगामे के बाद विधानसभा के सेंट्रल हॉल में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने खासकर सपाईयों के प्रति नाराजगी दिखाते हुए कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने अशिष्ट आचरण किया है, वह निंदनीय है। जिस तरह की भाषा का प्रयोग सपा के नेताओं ने किया है, यह निंदनीय है।
उन्होंने आगे कहा कि यह लोग अराजकता से विधानसभा को मुक्त नहीं करना चाहते हैं। सभी मिलकर जनता की आवाज दबाने का काम कर रहे हैं। सपा के लोग अपना आचरण सुधार लें अन्यथा लाल टोपी वालों को जनता सबक सिखा देगी।
योगी आदित्यनाथ के सबक सिखाने वाले बयान के कुछ ही देर बाद नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए कहा कि वह खुद पहले अपना आचरण सुधारें। लाल टोपी आजादी की लड़ाई के निशानी है। भगवा रंग आजादी की लड़ाई में विरोध में रहा। उसने सिर्फ अंग्रेजों के लिए काम किया है। भगवा रंग धार्मिक प्रतीक है, इन्होंने उसे भी आलोचना का पात्र बना दिया है। केवल मुस्लिम धर्म के साथ नहीं बल्कि हिन्दू धर्म के साथ भी मजाक कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- UP: बजट सत्र में हंगामा, राज्यपाल पर कागजी गोलाबारी, सदन स्थगित
वहीं राम गोविंद चौधरी ने राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण पर विरोध पर कहा कि यह कलंकित सरकार है। किसान मरा जा रहा है। उत्तर प्रदेश में कभी ऐसे हाल नहीं हुए। कासगंज मामले पर सरकार एक तरफा काम कर रही है। यहां निर्दोषों पर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो देश का जश्न मना रहे थे, उन पर कार्यवाही की जा रही है।
विधान परिषद कल तक के लिए स्थागित
वहीं आज राज्यपाल राम नाईक का अभिभाषण देर तक चलने के चलते विधान परिषद की कार्यवाही 15 मिनट देर से दोपहर 12.45 बजे से शुरू हुई। यहां पर कार्यवाही शुरू होते ही सपा, बसपा व कांग्रेस के सदस्यों ने पोस्टर लहराते हुए सभापति के आसन के सामने आकर सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे। शोरगुल के बीच सभापति रमेश यादव ने सदन में राज्यपाल राम नाईक का अभिभाषण प्रतिवेदित किया। इसके बाद किसी तरह से एजेंडे का काम पूरा कर सदन कल तक के लिए स्थागित कर दिया गया।