जनेश्‍वर की झील में मिली थी कैसरबाग की फरहाना की लाश, अकेले ही पहुंची थी पार्क, पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ मौत की वजह का खुलासा

जनेश्‍वर पार्क की झील
इसी झील में शुक्रवार को मिला था फरहाना का शव।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। गोमतीनगर स्थित जनेश्‍वर मिश्रा पार्क की झील में मिली युवती की लाश कैसरबाग निवासी 27 वर्षीय फरहाना अहमद की थी। शनिवार को फरहाना के पति व भाई ने उसकी शिनाख्‍त कर ली है। फरहाना गुरुवार की रात ई रिक्‍शे से अकेले ही जनेश्‍वर पार्क पहुंची थी। जहां गेट से इंट्री नहीं मिलने पर वह रेलिंग फांदकर अंदर पहुंची थी और अगले दिन सुबह झील में उसकी उतराती हुई लाश मिली थी।

वहीं शिनाख्‍त के बाद शनिवार को फरहाना के शव का पोस्‍टमॉर्टम किया गया। जिसकी रिपोर्ट के अनुसार फरहाना की मौत डूबने से हुई है। हालांकि डॉक्‍टरों ने आगे की जांच के लिए फरहाना का विसरा प्रिर्जव कर लिया है। जिसे विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा।

दो बार की गेट से इंट्री की कोशिश, फिर…

इंस्‍पेक्‍टर गोमतीनगर विस्‍तार दिलीप कुमार सिंह के मुताबिक जनेश्‍वर पार्क के सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया है कि फरहाना गुरुवार रात करीब साढ़े नौ बजे ई रिक्‍शे से गेट नंबर दो पर ऊतरी यहां उसने दो बाद पार्क के अंदर जाने की कोशिश की लेकिन पार्क का समय समाप्‍त होने के चलते सुरक्षाकर्मियों से उसे पार्क में जाने से रोक दिया। इसके बाद फरहाना पैदल ही पार्क के गेट नंबर एक पास पहुंची और रेलिंग फांदकर पार्क में दाखिल हो गयी थी, जिसके बाद अगले दिन सुबह झील में उसकी उतराती हुई लाश मिली थी।

वहीं जनेश्‍वर पार्क चौकी इंचार्ज प्रशांत मिश्रा ने बताया कि सोशल मीडिया से जानकारी मिलने के बाद शनिवार तड़के फरहाना के पति मोहम्‍मद फराज व अनस ने उनसे संपर्क कर फरहाना की पहचान की थी। भाई व पति का कहना था कि फरहाना की मानसिक स्थिति ठीक नहीं चल रही थी, लेकिन उसने ऐसा कदम क्‍यों उठाया उन लोगों को खुद समझ नहीं आ रहा।

ससुराल से पहुंची मायके और तीन महीने की बच्‍ची को छोड़…

इंस्‍पेक्‍टर दिलीप सिंह ने बताया कि फरहाना गुरुवार शाम ही सहादतगंज स्थित अपने ससुराल से मायके कैसरबाग पहुंची थी। यहां कुछ देर रहने के बाद फरहाना बच्‍ची को कमरे में छोड़ बाहर निकल गयी थी। देर शाम बच्‍ची के रोने पर लोगों को फरहाना के घर में नहीं होने की जानकारी हुई। आसपास व रिश्‍तेदारों के यहां पता करने के बाद शुक्रवार को परिजनों ने कोतवाली में भी इसकी जानकारी दी थी।

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जान देने के लिए क्‍यों तय की 17 किलोमीटर की दूरी

फरहाना के केस में शिनाख्‍त होने व परिजनों के बयान से लेकर पार्क अकेले पहुंचने तक का एंगल सुसाइड की ओर इशारा कर रहा है, लेकिन अब भी एक सवाल उठ रहा है कि फरहाना ने सिर्फ जान देने के लिए जनेश्‍वर पार्क की झील को ही क्‍यो चुना, जबकि झील से उसके घर की दूरी करीब 17 किलोमीटर है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है, मौत के गम से अभी परिजनों की स्थिति ठीक नहीं है। हालात कुछ सामान्‍य होने पर अन्‍य बिंदुओं पर जांच व बातचीत की जाएगी।

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दो साल पहले हुई थी शादी

कैसरबाग निवासी फरहाना की शादी करीब दो साल पहले सहादतगंज निवासी फराज से हुई थी। दोनों से तीन महीने की एक बच्‍ची भी है। फराज सऊदी में केएफसी में नौकरी करते हैं। हालांकि शादी के बाद से वह लखनऊ स्थित अपने घर में ही परिवार के साथ रह रहे थे।

बेटी के पैदा होने के बाद नहीं रहती थी तबियत ठीक

इंस्‍पेक्‍टर गोमतीनगर विस्‍तार ने बताया कि बेटी के पैदा होने के बाद से फरहाना की तबियत ठीक नहीं रहती थी। वह रह-रहकर आक्रमक भी हो जाती थी। जिसका घरवाले इलाज भी करा रहे थे।

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इंस्‍पेक्‍टर के अनुसार पोस्‍टमॉर्ट रिपोर्ट में फरहाना के शरीर पर कोई भी चोट के निशान मिलने की पुष्टि नहीं हुई है। उसकी मौत की वजह डूबने से होने की बात भी सामने आई है, हालांकि आगे की जांच के लिए विसरा प्रिजर्व कराया गया है। पुलिस इस मामले में भी अपनी छानबीन जारी रखेगी।