जानें भाजपा ने क्यों कहा कांग्रेस का राम मंदिर विरोधी चेहरा फिर हुआ बेनकाब

नोएडा की जनता का अपमान
मनीष शुक्ला, प्रदेश प्रवक्ता बीजेपी।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। अयोध्‍या विवाद को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के सुन्नी वक्फ बोर्ड के पक्ष में पैरवी करने पर भाजपा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। कपिल सिब्‍बल के अयोध्‍या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के सामने मामले की सुनवाई लोकसभा चुनाव के बाद करने की अपील पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्‍ता मनीष शुक्ला ने कहा कि करोड़ों हिन्दु जनमानस की चाहत है कि रामजन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो और इस पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय जल्दी आये, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई को टालने के लिए जिस तरह दलील रखी उससे यह स्पष्ट हो गया कांग्रेस चाहती है कि रामजन्म भूमि का मसला लटका रहे।

प्रदेश प्रवक्‍ता ने अपने बयान में आरोप लगाते हुए कहा कि यूपीए शासनकाल में एनसीईआरटी की किताबों में लिखवाया गया कि राम व कृष्ण काल्पनिक पात्र हैं। इतना ही नहीं राम सेतु मसले पर यूपीए शासनकाल में सुप्रीम कोर्ट में राम के अस्तित्व में न होने का हलफनामा तक दिया गया। राम को नकारने का काम कांग्रेस ने समय-समय पर किया है।

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राहुल गांध के मंदिरों में दर्शन करने पर मनीष शुक्‍ला ने कहा कि गुजरात चुनाव में राहुल गांधी शिव भक्‍त हिन्दू होने का पाखण्ड कर रहे हैं, लेकिन फिर भी तुष्टिकरण की नीति से कांग्रेस पीछे हटने को तैयार नहीं है।

एक घटना का जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस का झण्डा लगाकर केरल में खुलेआम सड़कों पर गोकशी के पाप से कांग्रेस बच नहीं सकती है। हिन्दु आतंकवाद व भगवा आतंकवाद के शब्द भी कांग्रेस की ही देन है।

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