आरयू ब्यूरो, लखनऊ/शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कहा कि उन्हें उन महिलाओं पर शर्म आती है जो नौ महीने तक अपने गर्भ में बच्चे को पालती हैं और बेटियों का जन्म होने पर उन्हें फेंक देती हैं।’’ राज्यपाल पटेल शाहजहांपुर के बनके तारा गांव में एक संस्थान के 40 वर्ष पूरे होने पर ग्राम प्रधानों, किसानों और महिलाओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि जन्म के बाद बेटियों को फेंकने वाली माताओं को भगवान भी माफ नहीं करेंगे।
राज्यपाल ने कहा, ‘‘मेरी बेटी अनार बेन पटेल एक ऐसे ही अनाथ बच्चे को पाल रही हैं और आज वह दसवीं का छात्र है तथा फुटबॉल खिलाड़ी भी है।’’ उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री ने अपने हाथ में झाड़ू लिया तो देश के लोगों ने उनका अनुसरण किया और अपने क्षेत्रों की सफाई शुरू की। मुखिया की कार्यशैली का असर पड़ता है। उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए जैविक उर्वरक के उपयोग की वकालत भी आज की।
यह भी पढ़ें- लखनऊ: दोस्त की छह साल की बेटी से रेप व हत्या करने वाले को चार महीने में मिली सजा-ए-मौत, जज ने कहा…
साथ ही अनंदीबेन पटेल ने कहा कि क्षय रोग (टीबी) के 20 प्रतिशत रोगी उत्तर प्रदेश में हैं और इसीलिए गैर सरकारी संगठनों और जिला प्रशासन और पुलिस की मदद से इस संबंध में अभियान चलाया गया है। राज्यपाल ने कोविड को लेकर सावधानी बरतने की भी नसीहत दी।
उन्होंने कहा कि आज भी हर जिले में रोज तीन-चार नए मरीज मिल रहे हैं और ऐसे में लोगों को मास्क पहनना जरूरी है तभी कोरोना आपके पास नहीं आएगा और आप यह रोग किसी को दे भी नहीं पाएंगे।