आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज में रविवार को आयोजित एक जनसभा में बसपा के राष्ट्रीय सचिव सतीश चंद्र मिश्र ने योगी सरकार के साथ ही सपा पर भी जमकर निशाना साधा। सतीश चंद्र ने आज कहा है कि विनाश करने के मामले में भाजपा सरकार ने पिछली सपा सरकार को भी पीछे छोड़ दिया है। आलम यह है कि सीएम योगी जनता के मेहनत का पैसा विज्ञापन के नाम पर खर्च कर अखबारों के चार-चार पन्नों में सिर्फ अपनी ही फोटो छपवा रहें हैं।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो भय का माहौल चल रहा है वह सपा और भाजपा की देन है। भाजपा की उपलब्धियां जमीन पर नहीं, सिर्फ अखबारों में दिखाई पड़ती है। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार, अपराध, डकैती, लूटपाट, हत्याएं, रंगदारी, जमीनों का कब्जा, किसानों पर अत्याचार, फर्जी एनकाउंटर व दंगों का ही विकास हुआ, जबकि विकास करने के नाम पर भाजपा सरकार सिर्फ और सिर्फ पत्थर लगा रही। चुनाव के पहले भाजपा को परियोजनाओं और शिलान्यास की याद क्यों आ रही है।
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एक इंटर कॉलेज के मैदान में लखनऊ की आरक्षित सीटों के लिए आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सतीश चंद्र ने कहा कि सपा से परेशान होकर जनता ने भाजपा को जिताया, जनता अब भाजपा का असली चेहरा देख चुकी है और त्रस्त हो चुकी है। जनता ने बहन जी (मायावती) के शासनकाल की कानून-व्यवस्था को याद करते हुए इस बार बसपा की सरकार बनाने का मन बना लिया है।
ठेकेदारों को रोजगार देकर कमाना चाहती है पैसा
वहीं प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सीएम योगी को यूपी के लिए उपयोगी बताए जाने वाले बयान पर बसपा सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री उपयोगी हैं की अनुपयोगी यह तो जनता साल 2022 के चुनाव में तय करेगी, लेकिन क्या बेरोजगारों ने भाजपा को इसलिए वोट दिया था कि उनको नौकरियां की जगह लाठियां खानी पड़ेगी। सच तो यह है कि भाजपा सरकार खुद पेपर लीक कराती है, क्योंकि है बेरोजगारों को रोजगार नहीं देना चाहती यह ठेकेदारों को रोजगार देकर पैसा कमाना चाहती है।
सीएम योगी अपने आपको महाराज कहलाना करते हैं पसंद
सीएम योगी को निशाने पर लेते हुए सतीश मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अपने आप को धर्म का ठेकेदार और सबसे बड़ा महात्मा बताते हैं। सीएम कुछ लोगों से अपना प्रचार कराते हैं कि हम आने वाले समय के प्रधानमंत्री हैं। शिक्षकों को पापी बताते हैं सीएम योगी, सीएम कहते हैं कि पिछले जन्म में कुछ पाप किया होगा जो इस जन्म में शिक्षक बने हैं। शिक्षकों के प्रति इतनी हीन भावना रखने वाले मुख्यमंत्री को योगी कहलाने का हक नही। सीएम योगी अपने आपको महाराज कहलाना पसंद करते हैं।
ब्राह्मणों का नाम सुनकर मुख्यमंत्री को होने लगती है उलझन
सीएम योगी सभी जातियों पर अत्याचार कर रहे हैं और अपने जिस जाति से हैं सिर्फ उसी जाति विशेष के लोगों को बढ़ावा मिल रहा। ब्राह्मणों का नाम सुनकर तो मुख्यमंत्री को उलझन होने लगती है। ना जाने ब्राह्मणों से क्यों इतनी चिढ़ रखते हैं सीएम योगी। खुशी दुबे और रेनू शर्मा ब्राह्मण महिलाएं हैं। रेनू शर्मा को तब तक जेल से नहीं निकलने दिया गया जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। यही हश्र ये ख़ुशी दुबे का भी करना चाहते हैं।
ब्राह्मण व्यापारी की हत्या की इसीलिए दिया जा रहा संरक्षण
हमला जारी रखते हुए कहा कि कानपुर के एक व्यापारी को होटल में घुसकर मार दिया जा रहा। महोबा में एक ब्राह्मण व्यापारी की हत्या हुई एक आइपीएस अफसर का नाम आया, लेकिन उसका आज तक कोई अता-पता नहीं, उसको भाजपा सरकार ने कहीं छुपा रखा है। अगर कोई और होता तो तो उसका एनकाउंटर होता, उसके परिवार को उठा लिया जाता, उसके घरों पर बुलडोजर चल जाते, लेकिन उसने एक ब्राह्मण व्यापारी की हत्या की थी इसीलिए उस को संरक्षण दिया जा रहा है।
वहीं आज बसपा की नीतियों से प्रेरित होकर पश्चिम बंगाल से विवेकानंद फाउंडेशन के चेयरमैन अम्लान विश्वास और विकास अग्रवाल ने बसपा की सदस्यता लेकर मायावती को उत्तर प्रदेश का पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया।
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जनसभा में पूर्व मंत्री नकुल दुबे, डॉ. अशोक सिद्धार्थ राजसभा सांसद एवं मुख्य सेक्टर प्रभारी लखनऊ मंडल, भीमराव अंबेडकर, मुख्य सेक्टर प्रभारी लखनऊ व कानपुर मंडल, बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व लखनऊ मंडल के संयोजक फैजान खान, प्रभारी प्रत्याशी आशीष चंद्र श्रीवास्तव मध्य विधानसभा लखनऊ, अखिलेश अंबेडकर जिला अध्यक्ष बसपा लखनऊ, देवेंद्र कुमार पासी प्रत्याशी मोहनलालगंज विधानसभा, जलीस खान प्रत्याशी सरोजनी नगर विधानसभा, कुलदीप रावत सेक्टर प्रभारी लखनऊ मंडल, विनय चौधरी प्रत्याशी प्रभारी मोहान विधानसभा उन्नाव, नागेश्वर त्रिवेदी सेक्टर संयोजक लखनऊ मंडल, समेत बसपा के अन्य नेता मंच पर मौजूद रहें।