आरयू ब्यूरो, लखनऊ। आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने बरेली की घटना को योगी सरकार की सोची समझी साजिश करार दिया है। साथ ही सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बरेली की घटना, बेरोजगारी, छात्रों का लद्दाख, उत्तराखंड में हुए आंदोलनों जैसे असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए की गई। इस दौरान संजय सिंह ने कहा कि आप बरेली की हालिया घटना की गहन जांच के लिए सात अक्तूबर को 16 सदस्यीय उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेज रही है।
यह भी पढ़ें- भर्ती घोटाले पर बोले संजय सिंह, दलितों-पिछड़ों की नौकरियां भी सवर्णों को दे रही योगी सरकार
आप के राज्यसभा सांसद ने रविवार को अपने एक बयान में मीडिया से कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा पीड़ितों की आवाज बनकर खड़ी रही है। बरेली में जो कुछ हुआ, उसकी सच्चाई सामने आना बेहद जरूरी है। पार्टी का ये प्रतिनिधिमंडल घटनास्थल का दौरा करेगा, पीड़ित परिवारों से मिलेगा और घटना के कारणों, प्रशासनिक कार्रवाई और जमीनी हालात की निष्पक्ष समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को सौंपेगा। ताकि दोषियों पर कार्रवाई और पीड़ितों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके। साथ ही आप ने स्पष्ट किया है कि घटना की निष्पक्ष जांच और न्याय के लिए पार्टी हर स्तर पर आवाज उठाएगी। इस 16 सदस्यीय जांच दल में प्रदेश और प्रांत स्तर के कई वरिष्ठ नेता तथा विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे आप के ये नेता-
दिलीप पांडे (प्रदेश सह प्रभारी), सोमेंद्र ढाका (पश्चिम प्रांत अध्यक्ष), मो. हैदर (रुहेलखंड प्रांत अध्यक्ष), इमरान लतीफ (बौद्ध प्रांत अध्यक्ष), नदीम अशरफ जायसी (रुहेलखंड प्रांत प्रभारी), सरबजीत सिंह मक्कड़ (अयोध्या प्रांत प्रभारी), नीलम यादव (महिला विंग अध्यक्ष), डॉ. छवि यादव (पिछड़ा प्रकोष्ठ अध्यक्ष), पंकज अवाना (यूथ विंग अध्यक्ष), कमांडो अशोक (किसान प्रकोष्ठ अध्यक्ष), फैसल खान लाला (प्रदेश प्रवक्ता), अंसार अहमद (रामपुर जिलाध्यक्ष), सुनीता गंगवार (रुहेलखंड प्रांत उपाध्यक्ष), जनक प्रसाद (तिरंगा शाखा प्रमुख), राम सिंह मौर्या (बरेली जिलाध्यक्ष), विनय सिंह (पंचायत प्रकोष्ठ अध्यक्ष)।