आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। आलमबाग इलाके में तीन दिन पहले मोबाइल कारोबारी करन गुप्ता को गोली मारने की साजिश किसी और ने नहीं बल्कि खुद करन ने ही लोगों के 22 लाख रुपए हड़पने के लिए रची थी, लेकिन नौसिखिया शूटर की चूक के चलते गोली करन के दिल पर जा लगी और उसकी मौत हो गयी।
ये सनसनीखेज खुलासा बुधवार को एसएसपी दीपक कुमार ने एक प्रेसवार्ता में किया है। पुलिस ने घटना में शामिल करन के नौकर और तीन अन्य युवकों को आज गिरफ्तार करने के साथ ही हत्या में इस्तेमाल पिस्टल व बाइक भी बरामद कर ली है।
एसएसपी ने मीडिया को बताया कि बीसी खेलाने के चक्कर में करन पर व्यापारी व अन्य लोगों का करीब 22 लाख रुपए का बकाया हो गया था। पैसा न लौटाना पड़े इसके लिए करन ने अपनी दुकान पर काम करने वाले ऐशाबाग निवासी प्रियांशु शर्मा उर्फ कल्लू के जरिए बाजारखाला इलाके के आशीष भारतीय, आशीष गौतम व अजय कुमार लोधी से संपर्क साध अपने ऊपर जानलेवा हमला करवाने और लूट की फर्जी घटना को अंजाम देने का ताना-बाना बुना था।
करन करना चाहता था कुछ ऐसा-
करन को गोली मारने के आरोप में गिरफ्तार किए गए अजय कुमार लोधी ने बताया कि करन ने उन लोगों को डेढ़ लाख रुपए गोली मारने के एवज में देने को कहा था। तय योजना के अनुसार रविवार की रात आलमबाग क्षेत्र में उसे बाएं कंधे पर गोली मारकर बैग लूटना था, लेकिन गोली चलाते वक्त पिस्टल की नाल नीचे हो गयी और गोली कंधे की जगह सीने में जा लगी। जिसके बाद वह लोग करन का बैग लेकर भाग निकले।
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जबकि करन ने कहा था कि गोली लगने के बाद वह किसी की सहायता से पुलिस को सूचना देने के साथ ही अस्पताल पहुंचेगा। जिसके बाद वह लेनदारों से बचने के लिए लाखों रुपए लूटे जाने का मुकदमा दर्ज करा देगा।
अपनी मौत के सामान के लिए भी चुकाए थे 40 हजार
करन ने अंजाने में न सिर्फ मौत की साजिश रची थी, बल्कि अपनी मौत के सामान के लिए भी खुद ही पैसा दिए थे। एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए युवकों के पास घटना को अंजाम देने के लिए असलहा नहीं था, जिसके बाद करन ने ही उन्हें असलहा खरीदने के लिए 40 हजार रुपए दिए थे। इन पैसों से आशीष ने .32 बोर की पिस्टल और कारतूस का इंतजाम किया था।
ऐसे खुलता गया मामला
करन गुप्ता की कॉल डिटेल खंगालने के बाद पुलिस हत्या में शामिल आरोपितों तक पहुंची। इस दौरान एक मोबाइल में करन की वॉइस रिकॉर्डिंग मिलने पर तस्वीर काफी हद तक साफ हो गयी। इसके बाद सख्ती करने पर करन के नौकर कल्लू ने पूरी कहानी उगल दी।
आरोपितों को जेल तो व्यापारी को मिली क्लीनचिट
ब्लांइड मर्डर का खुलासा करने के साथ ही आलमबाग पुलिस ने चारों आरोपितों का चालान कर उन्हें जेल भेज दिया। जबकि करन के भाई की ओर से हत्या के मामले में नामजद किए गए राजाजीपुरम निवासी मोबाइल व्यापारी रामचन्दर गुप्ता को क्लीन चिट दे दी।
सनसनीखेज खुलासे में इनकी रही अहम भूमिका-
एएसपी पूर्वी सर्वेश्र कुमार मिश्रा, सीओ आलमबाग संजीव कुमार सिन्हा, इंस्पेक्टर आलमबाग अरुण कुमार मिश्रा, पूर्वी क्षेत्र के सर्विलांस सेल प्रभारी एसआइ आशीष द्विवेदी, आलमबाग कोतवाली के एसआइ रणविजय प्रताप सिंह, नीरज द्विवेदी, हेड कांस्टेबल रमेश चन्द्र बाजपेयी, आरक्षी ऋषि देव, राजकुमार गोस्वामी व आशीष मिश्रा।
गुडवर्क करने वाली टीम को एसएसपी का ये ईनाम-
मोबाइल व्यापारी की हत्या का तीन दिन के अंदर खुलासा करने पर एसएसपी ने गुडवर्क करने वाली पूरी टीम को बधाई देने के साथ ही एएसपी पूर्वी व सीओ आलमबाग को प्रशस्ति पत्र व खुलासे में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों को 25 हजार रुपए का नकद ईनाम देने की घोषणा की है।