आरयू ब्यूरो,
वाराणसी। वाराणसी लोकसभा जीतकर अपनी तरफ से काशी में दूसरी बार भाजपा का झंडा बुलंद करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिगुल फूंक दिया है। आज शाम लंका स्थित बीएचयू सिंहद्वार के पास लगी मालवीय प्रतिमा पर माल्यार्पण और जनता का अभिनंदन कर मोदी ने मेगा रोड-शो शुरू किया। करीब पांच घंटे के रोड शो के दौरान वाराणसी की सड़कों पर अपने सांसद व देश के पीएम के स्वागत के लिए जनसैलाब उमड़ा पड़ा।
जनता ने रोड शो के रास्तें में पड़ने वाले अस्सी, शिवाला, मदनपुरा व गोदौलिया आदि क्षेत्रों में छतों व बरामदों से फूल बरसाकर अपने प्रधानमंत्री का काशी में दिल खोलकर स्वागत किया। इस दौरान समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। जिससे खुद मोदी भी अभिभूत दिखे। वहीं रोड शो के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा समेत बड़ी संख्या में मंत्री, विधायक व कार्यकर्ता भी मौजूद रहें।
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रात करीब आठ बजे दशश्वमेघ घाट के समीप पहुंचकर रोड-शो समाप्त हुआ। जिसके बाद प्रधानमंत्री ने घाट पर गंगा आरती की। इस दौरान भी अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, महेंद्र पांडेय समेत भाजपा के तमाम दिग्गज नेता व मंत्री मौजूद रहें।
आरती के बाद मोदी ने रात करीब नौ बजे होटल डी पेरिस में भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए रोड शो के प्रेम के लिए काशी की जनता का आभार जताने के साथ ही विपक्षी दलों केा भी निशाने पर लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच साल पहले जब काशी की धरती पर मैंने कदम रखा, तब मैंने कहा था कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है। और अब कहता हूं कि मैया ने ऐसा दुलार दिया, काशी के बहन-भाइयों ने इतना प्यार दिया कि बनारस के फक्कड़पन में ये फकीर भी रम गया है। काशी ने मुझे सिर्फ एमपी नहीं पीएम बनने का आशीर्वाद दिया, मुझे 130 करोड़ भारतीयों के भरोसे की ताकत दी है।
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पिछली सरकारों को निशाने पर लेते हुए मोदी ने कहा कि पहले सरकार तक पहुंचना सिर्फ खास लोगों के लिए संभव होता था, आज सामान्य व्यक्ति भी सरकार से सीधे संवाद कर रहा है। आज आम आदमी को भरोसा हुआ है कि मंत्री, सरकार और प्रधानमंत्री तक उसकी पहुंच है।
हमला जारी रखते हुए पीएम ने कहा कि पहले भी पद्म पुरस्कार दिए जाते थे, लेकिन पता भी नहीं चलता था। बहुत बड़ा बदलाव हमने किया। गांव-गांव से नाम मंगाए जिसके परिणामस्वरूप 50 हजार नए नाम आए।