केजरीवाल ने कहा, पटाखे नहीं दिये जलाएं, हिंदू- मुस्लिम की बात नहीं, सांसें जरूरी

सांसें जरूरी
प्रेसवार्ता में बोलते केजरीवाल साथ में दिल्ली मेयर।

आरयू वेब टीम। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पटाखे बैन का विरोध करते इसे हिंदू विरोधी बताया जा रहा है। इस बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का बयान सामने आया है। केजरीवाल ने कहा कि ये तो सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट का भी कहना है कि दिवाली पर पटाखे नहीं दिये जलाएं। ये रोशनी का त्योहार है। ऐसा नहीं है कि हम किसी पर एहसान कर रहे हैं।जो भी प्रदूषण होगा, उसका खामियाजा हमारे बच्चों को भुगतना पड़ेगा। इसमें कोई हिंदू मुस्लिम की बात नहीं है। सभी की सांसें जरूरी हैं।

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दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिवाली के अवसर पर लोगों से अपील की है कि वे पटाखे न जलाएं। आप संयोजक ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “यहां हिंदू-मुस्लिम जैसा कोई मामला नहीं है। सबकी सांसें जरूरी हैं, सबकी जिंदगी जरूरी है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हम सभी को एक साथ आकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए। दिल्ली सरकार ने दिवाली से पहले ही पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसके पालन के लिए 377 टीमें तैनात की गई हैं। दिल्ली में वायु गुणवत्ता भी गंभीर स्थिति में है, जहां 30 अक्तूबर को एक्यूआई 228 दर्ज किया गया था।

सफाई कर्मचारियों को 23 करोड़ का बोनस 

इस मौके पक केजरीवाल ने सफाई कर्मचारियों को 23 करोड़ रुपये का बोनस देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि इस महीने 7 नवंबर को कर्मचारियों को सैलरी मिलनी थी, लेकिन 64 हजार कर्मचारियों के खाते में सैलरी और बोनस पहले ही भेज दिया गया है। केजरीवाल ने कहा, “यह एमसीडी के इतिहास में पहली बार हुआ है कि सभी कर्मचारियों को समय पर बोनस मिला है। लोगों ने ईमानदार सरकार चुनी है, इसलिए ऐसा संभव हो सका।”

आयुष्मान योजना में घोटाले का आरोप

केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर आयुष्मान योजना को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “यह मैं नहीं, बल्कि  सीएजी की रिपोर्ट कहती है कि आयुष्मान योजना में घोटाला हुआ है। योजना के तहत इलाज केवल तब होगा जब मरीज अस्पताल में भर्ती होगा, जबकि दिल्ली में भर्ती होने या ना होने की कोई शर्त नहीं है।” आगे कहा, “दिल्ली में दवाई, टेस्ट, इलाज सब कुछ मुफ्त है, इसलिए यहां आयुष्मान भारत योजना की जरूरत नहीं है। मोदी जी को दिल्ली की इस सफल योजना का अध्ययन करना चाहिए और इसे पूरे देश में लागू करना चाहिए।”

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