आरयू ब्यूरो, लखनऊ। शहर को संवारने व नियोजित विकास का जिम्मा उठाने वाले विभाग लखनऊ विकास प्राधिकरण के तीसरे नंबर के अधिकारी के कमरे का लीकेज आखिरकार ठीक हो गया है। छत से एक हफ्ते से पानी टपकने के मामले में फजीहत होने के बाद फास्ट हुए अनुरक्षण के अभियंता गुरुवार को लीकेज पूरी तरह से रोकने में सफल हुए।
इंजीनियर-अधिकारी ने ली राहत की सांस
योग्यता पर सवाल खड़े करने वाला लीकेज बंद होने के बाद इंजीनियरों ने राहत की सांस ली है। वहीं पानी टपकने के चलते कार्यालय में अवस्था फैलने से परेशान चल रहे एलडीए के सभ्य अफसरों में शुमार अपर सचिव भी आज पूरी तसल्ली से अपने कार्यालय में काम निपटाते रहे।
सिस्टम को मुंह चिढ़ाने वाली डस्टबिन भी हटी
साथ ही अपर सचिव के कमरे से गुरुवार को एलडीए की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाने वाली डस्टबिन को भी हटा दिया गया है। यह डस्टबिन छत से लगातार टपकने वाले पानी को इकट्ठा करने के लिए लगाई गयी थी। साथ ही डस्टबिन हटने के बाद कमरे में पहले की तरह आवंटियों के बैठने के लिए कुर्सियां भी आज लगाई गयीं।
आवंटियों के फ्लैट का लिकेज भी ऐसे ही रोके तो…
किरकिरी कराने के बाद मामले को गंभीरत से लेते हुए इंजीनियरों ने अपने अधिकारी के कमरे का लिकेज बंदकर अपनी योग्यता तो साबित कर दी, लेकिन लिकेज व सीपेज की समस्या से त्रस्त पारिजात, पंचशील, श्रृष्टि व सुलभ आवासों के बड़ी संख्या में आवंटी आज भी इससे परेशान है। इंजीनियर अगर इसी तरह की गंभीरता दिखाएं तो एलडीए की छवि काफी हद तक आवंटियों के बीच भी सुधर जाएगी।
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एसी के पानी से आई थी दिक्कत
एलडीए के चीफ इंजीनियर एके सिंह ने बताया कि कमरे के लिकेज को आज पूरी तरह से ठीक करा दिया है। पानी ऊपरी मंजिल पर लगी एसी की पाइप के जरिए आ रहा था। छत की भी मरम्मत करा दी गयी है।
राजधानी अपडेट ने उठाया था प्रमुखता से सवाल
बताते चलें कि अपर सचिव के कमरे की छत से एक हफ्ते से लगातार पानी टपक रहा था। जानकारी करने पर अनुरक्षण के अधिशासी अभियंता का कहना था कि कोशिश के बाद भी पानी नहीं रुक रहा। एक्सईएन ने अपर सचिव के कमरे तक को बदलने की भी संभावना जताई थी। इस पर राजधानी अपडेट डॉट कॉम ने एलडीए की कार्यप्रणाली व सामने से नजर आने वाले टपकते पानी को रोकने में फेल इंजीनियरों की कार्यक्षमता पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद तेजी दिखाते हुए अभियंताओं ने लीकेज को बंद करा दिया।