आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। शनिवार की सुबह आशियाना इलाके में मारे गए तेंदुए की मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए सवाल उठाने के साथ ही इसके लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई की भी मांग की है। सपा अध्यक्ष ने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए आज शाम को ट्वीट कर पूछा कि कौन सा कानून कहता है कि जानवरों को पकड़ने की जगह जान से मार दिया जाए। उसे बेहोश भी तो किया जा सकता था।
प्रदेश में हो रहे ताबड़तोड़ एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाले सपा मुखिया ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या जानवरो के एनकाउंटर का चलन भी शुरू हो गया है। अखिलेश सोशल मीडिया पर यहीं नहीं रूके उन्होंने तेंदुए को मारने की कार्रवाई को गैरकानूनी बताते हुए स्पष्ट शब्दों में लिखा कि इसके जिम्मेदार बचना नहीं चाहिए।
वहीं इससे पहले अखिलेश यादव ने सपा मुख्यालय पर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के भतीजे समेत अन्य नेताओं को सपा में शामिल करने के साथ ही योगी सरकार पर जमकर हमला बोला था। सपा मुख्यालय पर आयोजित पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ लोगों को धोखा दे रही है।
शुक्रवार को सीएम आवास के पास किसान के पेड़ पर चढ़कर फांसी लगाने के प्रयास वाली घटना का जिक्र करते हुए भी अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश के चुनाव से पहले कहा था कि किसानों का कर्ज माफ करेगी, लेकिन इसी कर्ज से परेशान होकर किसान पेड़ पर फांसी लगाने की कोशिश कर रहे हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही।
निर्दोषों का एनकाउंटर करवाकर लोगों में डर पैदा कर रही भाजपा सरकार
साथ ही आज अखिलेश यादव ने एक बार फिर योगी सरकार को कानून-व्यवस्था के मसले पर घेरते हुए कहा कि बिगड़ी कानून-व्यवस्था योगी सरकार सुधारना नहीं चाहती। ये सिर्फ एनकाउंटर करना जानती है। वहीं अखिलेश यादव ने प्रदेश की सत्ता में बैठे लोगों पर तंज कसते हुए कहा कि यहां बड़े अपराध करने वालों का एनकाउंटर नहीं होगा। भाजपा सरकार सिर्फ निर्दोषों का एनकाउंटर करवाकर लोगों में डर पैदा कर रही है।
योगी सरकार के पेश किए गए बजट पर किए गए एक सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने उसे बयानबाजी वाला बताया साथ ही कहा कि बजट में महिलाओं के लिए क्या किया गया। योगी सरकार बताएं कि 1090 और 100 नंबर के लिए कितना बजट दिया।
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सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि रहा सवाल रोजगार देने का तो भाजपा ने हमारे पार्टी कार्यालय के सामने दुकान लगाने वालों की दुकानें भी बंद करवा दीं। बाटी-चोखा, नूडल्स और आइसक्रीम बेचने वालों का रोजगार छीन लिया। अखिलेश यादव ने मांग की कि आने वाला चुनाव ईवीएम से नहीं बैलेट पेपर से होना चाहिए। इस लड़ाई में भाजपा के खिलाफ हम सभी पार्टियों से सहयोग मांग रहे हैं।
कौन सा कानून कहता है कि जानवरों को पकड़ने की जगह जान से मार दिया जाये, बेहोश भी तो कर सकते थे. नयी सरकार में क्या जानवरों के भी एकांउटर का चलन शुरु हो गया है. ये गैर कानूनी है, इसके जिम्मेदार बचने नहीं चाहिए. https://t.co/QmPZmwhudR
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 17, 2018