आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। राज्य कर्मचारी का दर्जा और मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर आज दूसरे दिन भी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों प्रदर्शन जारी रहा। प्रदर्शन के कारण एक तरफ की सड़क पर जाम की स्थिति बनी रही। अपनी प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्या सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किये जाने के बाद से आक्रोशित कार्यकर्त्रियों ने आज भी प्रदर्शन और नारेबाजी जारी रखा।
वहीं दूसरी ओर आज सड़क से हटाने को लेकर प्रदर्शन कर रही कार्यकर्त्रियों को पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर मनाने की कोशिश की। हालांकि बात बिगड़ने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आज दोबारा लाठीचार्ज कर दिया। बचने के लिए प्रदर्शनकारी भागी तो उसके बाद भी पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिस की कार्रवाई में एक बार फिर कई कार्यकत्रियां घायल हो गई हैं। इस कार्रवाई से प्रदर्शनकारियों में पुलिस के साथ ही योगी सरकार के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है।
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प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार का इस तरह का तानाशाही रवैया बिल्कुल भी बरदाशत नहीं किया जाएगा। सरकार हमारी बात सुनने के बजाए हम पर ही लाठीचार्ज करा रही है। अब जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जाएगी तब तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे। हम सब बग़ैर लिखित आदेश के कुछ भी नहीं मानेंगे
बताते चलें कि आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन के बैनर तले सोमवार को शुरू हुआ। सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को पूरी तरह से जामकर अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्रदर्शन किया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों पर भी मांग पूरी नहीं होने तक सड़क से नहीं हटने की बात कहकर डटी रही प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने शाम को वॉटर कैनन की बौछार करने के साथ ही लाठीचार्ज भी की, जिसमें कई आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों के घायल हुई।
वहीं पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शन थमता हुआ नहीं दिखाई देने पर बीती देर रात प्रशासन ने इनकी प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्य और अन्य नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। फिलहाल एक तरफ से रास्ता खाली कराकर आवागमन शुरू करा दिया गया। गिरफ्तार सभी आंगनबाड़ी नेताओं पर 106 और 116 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अपने नेताओं की गिरफ़्तारी और मांगों को न माने जाने से नाराज इन लोगों ने नारेबाजी कर विरोध दर्ज कराया।
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