आरयू वेब टीम। कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दावे को लेकर लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन में आकर स्पष्टीकरण देने की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष पर देश की छवि को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर शून्यकाल के दौरान जवाब देंगे।
प्रश्नकाल शुरु होने के साथ ही कांग्रेस, द्रमुक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, सपा तथा कुछ अन्य दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और नारेबाजी करने लगे। उन्होंने ‘कश्मीर में विदेशी दखलअंदाजी नहीं चलेगी’ और ‘प्रधानमंत्री जवाब दो’ के नारे लगाए। जिसे देख लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से शोर-शराब बंद करने की अपील करते हुए सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को अपनी बात रखने का मौका दिया।
यह भी पढ़ें- कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने यूपी विधानसभा में किया हंगामा, नहीं हो सका प्रश्नकाल
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया कि भारत सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने सिर झुका दिया है। हमारा देश बहुत ताकतवर है, वह किसी के सामने नहीं झुक सकता। पीएम मोदी सदन में आएं और जवाब दें।
वहीं लोकसभा में ट्रंप के मुद्दे को लेकर जारी विपक्ष के भारी हंगामे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सफाई दी। भारी शोर के कारण उनके बयान को सुनने में दिक्कत हुई। शाह की अपील के बाद सदन में थोड़ी शांति हुई जिसके बाद विदेश मंत्री ने अपने बयान को दोबारा दोहराया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अमेरिका के राष्ट्रपति से इस तरह की कोई अपील नहीं की है। कश्मीर मसले पर पाकिस्तान से सिर्फ द्विपक्षीय वार्ता हो सकती है और वह भी सीमा पार से होने वाली आतंकी गतिविधियों पर रोक लगने के बाद संभव है।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि मोदी दो हफ्ते पहले उनके साथ थे और उन्होंने कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की पेशकश की थी और मुझे इसमें मध्यस्थता करने पर खुशी होगी। इसके कुछ देर बाद ही भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्रम्प के दावे को खारिज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से ऐसी कोई बात नहीं की।