आरयू ब्यूरो,लखनऊ। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यदि कोरोना महामारी और यूक्रेन-रूस युद्ध नहीं होता तो हमारी अर्थव्यवस्था का आकार 4.3 ट्रिलियन डॉलर होता। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत अब अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करेगा।
लखनऊ में लखनऊ इंटेलेक्चुअल फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम “नमस्ते लखनऊ विद राजनाथ सिंह” को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री ने कहा, यदि कोरोना और यूक्रेन-रूस युद्ध नहीं होता तो हमारी अर्थव्यवस्था का आकार 4.3 ट्रिलियन डॉलर होता। भारत की तरह ही अमेरिका और चीन में भी महंगाई का संकट है। कोरोना से अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है। यह बताने की आवश्यकता नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हमारे कोरोना प्रबंधन की प्रशंसा की है। देश से निर्यात लगातार बढ़ रहा है।
रक्षामंत्री ने कहा कि भारत परिणामों की चिंता नहीं करेगा, स्वाभिमान से समझौता नहीं करेगा, ये है आज का भारत। हम अपने देश की सुरक्षा व्यवस्था को दुनिया के दूसरे देशों पर आश्रित नहीं रखना चाहते। कहा कि हमने अपनी ताकत का संदेश पूरे विश्व को दिया है। अब हमने सूची जारी की है, अब हथियार भारत में बनेंगे। ऐसे 309 आइटम घोषित किए हैं, जो बाहर से नहीं मंगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम अपने देश की सुरक्षा व्यवस्था को दुनिया के दूसरे देशों पर आश्रित नहीं रखना चाहते। हमने सूची जारी की है, अब हथियार भारत में बनेंगे। ऐसे 309 आइटम घोषित किए हैं, जो बाहर से नहीं मंगाए जाएंगे। राजनाथ ने कहा, चाहे कोई संसदीय निर्वाचन क्षेत्र हो, राज्य हो या देश, कोई दावा नहीं कर सकता कि वहां का समग्र विकास हुआ है। हमने पहले दिन से बस ईमानदारी से प्रयास किया है। रिंग रोड का काम अब तक पूरा हो जाना चाहिए था।
रक्षामंत्री ने कहा कि जितना उस काम की प्रगति होनी चाहिए थी, वह नहीं हुआ है। 104 किमी की रिंग रोड हमारा ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह बन जाने के बाद भारत के किसी कोने से कोई लखनऊ आना चाहता है तो वह सीधे इस रिंग रोड से अपने मोहल्ले, अपने घर पहुंचेगा। शहर में छह फ्लाईओवर बन गए हैं। लखनऊ के लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए पांच फ्लाईओवर और स्वीकृत हो गए हैं। जल्द निर्माण शुरू होंगे।
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राजनाथ ने आगे कहा कि जनधन योजना को भी विश्व में सराहा गया। यह करिश्मा है कि गांव के कोने कोने तक के व्यक्ति को फार्मूल बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा है। आज हम कोई सुविधा पहुंचाना चाहते हैं तो सीधे खाते में पहुंचता है। लीकेज की संभावना खत्म हुई है। कहा कि केवल संस्कारित करके नहीं, व्यवस्था में परिवर्तन लाकर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा सकते हैं। अब सब डिजिटल हुआ है, जिससे भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगा है।