तस्वीर इतनी बदल देंगे कि POK से ही मांग होगी हम भारत के साथ चाहते हैं रहना: रक्षा मंत्री

पीओके
कार्यक्रम में बोलते रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह।

आरयू वेब टीम। अगले पांच साल में जम्मू-कश्मीर की तस्वीर इतनी बदल देंगे कि पीओके से ही मांग होगी कि हम भारत के साथ रहना चाहते हैं, पाकिस्तान के साथ नहीं रहना चाहते हैं, और जिस दिन ऐसा होगा उस दिन हमारे संसद का भी यह संकल्प पूरा हो जाएगा।

उक्‍त बातें रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जम्मू जन संवाद रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कही। उन्‍होंने भारत की बदली रक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि मौसम बदल चुका है, हमारे चैनल मुजफ्फराबाद-गिलगित का तापमान यानी की दर्जा हरारत बता रहे हैं। ये दर्जा हरारत बताने के कारण अब इस्लामाबाद में भी कुछ हरारत महसूस होने लगी है, और इसलिए ये लोग कुछ ज्यादा शरारत करने पर आमदा हैं, लेकिन भारत की सेना ऐसे शरारत का भरपूर जवाब दे रही है।

इस दौरान रक्षा मंत्री ने आतंकियों के हाथों मारे गए सरपंच अजीत पंडिता को भी श्रद्धांजलि दी। साथ ही कहा कि 1947 में कश्मीर घाटी में तिरंगा फहराने वाले मोहम्मद मकबूल शेरवानी को भी याद किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे और पाकिस्तान और आइएसआइएस के झंड़े दिखाई देते थे, लेकिन अब यहां सिर्फ भारत का तिरंगा शान से लहराता है।

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वहीं राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जिक्र करते हुए कहा कि कई बार भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी लगता था कि ये सिर्फ घोषणा पत्र के वादे हैं, लेकिन जैसे ही हमें पूर्ण बहुमत मिला हमने इस धारा को खत्म कर दिया। राजनाथ सिंह ने कहा कि बीजेपी कभी भी राजनीति में विश्वसनीयता का संकट पैदा नहीं होने देगी।

इसके अलावा राजनाथ सिंह ने भारत-चीन सीमा विवाद का भी जिक्र करते हुए कहा कि, “जो विवाद भारत और चीन के बीच पैदा हुआ है। उस पर मिलिट्री लेवल पर बातचीत चल रही है। चीन ने भी ये इच्छा जाहिर की है कि बातचीत के द्वारा इस मसले का हल निकाला जाना चाहिए। हमारी भी यही कोशिश है।”

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