आरयू ब्यूरो, लखनऊ। रविवार को पीलीभीत में पकड़े गई बाघिन को आज लखनऊ स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) में पहुंचा दिया गया है। देर रात टाइगर रिजर्व के एफडी व डीडी सहित डॉक्टरों की एक टीम अपनी देख-रेख में बाघिन को लेकर लखनऊ चिड़ियाघर पहुंची थी। फिलहाल लखनऊ के जू में बाघिन का इलाज शुरू हो गया है।
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प्राणी उद्यान के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि पीलीभीत वन प्रभाग से रेस्क्यू कर लायी गयी बाघिन की उम्र अधिक होने के चलते उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। जिस वजह से बाघिन को प्राणी उद्यान के वन्यजीव चिकित्सालय में रखा गया है। यहां डॉक्टरों की टीम 24 घंटे बाघिन की देखभाल एवं निगरानी चिकित्सकों एवं कीपरों द्वारा की जा रही है। बाघिन का इलाज वन्यजीव चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।
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बताते चलें कि शनिवार को टाइगर रिजर्व की दियोरिया रेंज के जंगल से निकलकर बाघिन रिहायशी इलाके में पहुंच गयी थी। जिसके बाद बाघिन ने खजुरिया के पचपेड़ा गांव में खेत में काम कर रहे दो किसानों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। इसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया था।
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बाघिन के इस तरह से जंगल से बाहर निकलने और ग्रामीणों पर हमले की जानकारी मिलने पर पहुचीं अफसरों की टीम ने इलाके को जाल से घेरने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बाघिन को बेहोश करने के बाद पकड़ा था। निर्देश मिलने पर रविवार की देर रात अधिकारी बाघिन को लखनऊ जू के हवाले करने के लिए पीलीभीत से लेकर निकले थे।