आरयू वेब टीम। मध्य प्रदेश के सागर जिले में 50 साल पुराने घर की दीवार गिर गई, जिससे नौ बच्चों की मौत हो गई और अन्य बच्चे घायल हो गए। घटना शाजापुर के हरदौल मंदिर में हुई, जहां पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया जा रहा था। तभी मंदिर परिसर से सटे एक घर की दीवार अचानक झुक गई, जिससे बच्चे मलबे में दब गए। इस घटना में कुल नौ बच्चों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की जानकारी लगते ही मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया था।
जानकारी के मुताबितक ये हादसा रहली विधानसभा के सानौधा थाना क्षेत्र की है। बताया जा रहा है कि शाहपुर के हरदौल मंदिर में शिवलिंग निर्माण और भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है, जहां सुबह करीब दस बजे पार्थिव शिवलिंग निर्माण कार्यक्रम चल रहा था। रविवार की छुट्टी होने के चलते शिवलिंग बनाने के लिए बच्चे भी पहुंचे थे। जिस जगह बच्चे बैठकर शिवलिंग बना रहे थे, मंदिर परिसर के बगल वाली दीवार भरभराकर गिर गई, जिसमे बच्चे दब गए।
जेसीबी से मलबा हटाकर शव और घायल बच्चों को बाहर निकाला गया। दीवार करीब 50 साल पुरानी बताई जा रही है। हादसे की जानकारी लगने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। सभी मृत बच्चो के शव को सागर जिला अस्पताल लाया गया है। वहीं घायलों के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल जाने पर उन्हें मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पाई हैं। यहां कोई पटटी बांधने वाला तक नहीं है।
स्थानीय लोगों की माने तो मौके पर डॉक्टरमौजूद ही नही था न ही कभी डॉक्टर यहां मौजूद रहता है। कई बच्चों की मौत इलाज के अभाव के कारण हुई है। ग्रामीणों की प्रशासन से मांग है कि ऐसे डॉक्टरों और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।
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इस संबंध में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि आज सागर जिले के शाहपुर में हुई अतिवृष्टि के कारण जर्जर मकान की दीवार गिरने से नौ मासूम बच्चों के काल कवलित होने की खबर सुनकर मन व्यथित है। घायल बच्चों के उचित इलाज के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है। भगवान से करबद्ध प्रार्थना है कि दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करें।
उन्होंने आगे कहा कि हादसे में घायल अन्य बच्चों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। जिन परिवारों ने मासूम बच्चों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मृतक बच्चों के परिजनों को शासन की तरफ से चार -चार लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।