आरयू वेब टीम। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के युवा सम्मेलन को अधिकारियों ने रविवार को इजाजत नहीं दी और इसकी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर में नजरबंद कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, श्रीनगर के जिलाधिकारी ने महबूबा मुफ्ती के उच्च सुरक्षा वाले गुप्कर रोड स्थित आवास पर पीडीपी द्वारा रविवार को होने वाले युवा सम्मेलन की इजाजत नहीं दी है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा, हमारा सब कुछ छीन लिया है, हमसे घर, जमीन, नौकरी सब कुछ छीन लिया, डाकुओं की तरह काम कर रहे हैं ये लोग
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा, हमारा सब कुछ छीन लिया है, हमसे घर, जमीन, नौकरी सब कुछ छीन लिया, डाकुओं की तरह काम कर रहे हैं ये लोग। हमारे पास कुछ भी नहीं रखा, लेकिन जम्मू कश्मीर के भले के लिए, यहां के हर एजेंडे को हम पूरा करेंगे। हमें किसी से कोई डर नहीं। आपने देखा कि पिछले एक हफ्ते से तमाम नेता, जमातें जलसे-जुलुस करते हैं तो हमें क्यो रोका गया। वहीं पीडीपी का कहना है कि सरकार की ओर से उन्हें अनुमति न दिए जाने का कोई भी पत्र नहीं मिला है।
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महबूबा ने कहा, इसको कोविड का बहाना लेके उनके कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की गई है। साथ ही घाटी में युवाओं की आवाज दबाने से इसकी तुलना की हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एसएचओ राम मुंशीबाग को हिदायत दी जाती है कि गुपकार में इस प्रकार का कोई कार्यक्रम न हो, यह सुनिश्चित करें। उन्होंने आगे कहा, आज हमारे नौजवान यहां आना चाहते थे, लेकिन उन्हें आना नहीं दिया जा रहा है।
एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कोई सरकारी आदेश नहीं मिला है। सरकार से पूछा कि क्या कोविड केवल पीडीपी के लिए ही है अन्य पार्टियों के लिए नहीं, जो पूरे कश्मीर में रैलियां कर रही हैं। नेता ने दावा किया कि पीडीपी प्रमुख को नजरबंद कर दिया गया है। उन्हें युवा सम्मेलन में शामिल होना था।