आरयू संवाददाता, लखनऊ। जेनरेटर की दुनिया में लगभग दो दशकों से पैर जमाने वाली महिंद्रा कंपनी ने बढ़ती प्रदूषण की समस्या को ध्यान में रखते हुए अब अपना एक जेनसेट लॉन्च किया है। इस जेनसेट के इस्तेमाल से प्रदूषण करीब 90 प्रतिशत तक कम होने की संभावना है।
यह जेनसेट यूपी में महिंद्रा पावरोल के अधिकृत जीओईएम परफेक्ट जेनरेटर द्वारा विक्रय के लिए उपलब्ध है, जबकि जेनसेट का इंजन पुणे में महिंद्रा एंड महिंद्रा द्वारा निर्मित किए जाते है। महिंद्रा इंजन अपनी बेहतरीन फ्यूल कंजप्शन एवं ब्लॉक लोडिंग कैपेसिटी के लिए जाना जाता है। ये इंजन पिछले तीन सालों से इंडस्ट्रियल मशीनों में सुचारू रूप से सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
कम डीजल व खर्च में बेहतर परफॉर्मेंस
गोमतीनगर में लॉंचिंग के मौके पर रीजनल हेड प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया की केंद्र सरकार के पर्यावरण की मुहिम के तहत ही इस तरह के जनरेटर का निर्माण शुरू किया गया है। जिससे करीब 90 प्रतिशत तक धुएं की समस्या में कमी आएगी और इस तरह के जेनसेट से लगभग प्रदूषण मुक्त बिजली अपूर्ति की जा सकेगी।
प्रवीण श्रीवास्तव के मुताबिक महिंद्रा के सभी जेनरेटर सीआरडीआइ टेक्नोलॉजी से संचालित होते हैं, जिससे कि कम डीजल खपत और बहुत ही कम रखरखाव के खर्चे से बेहतर परफॉर्मेंस देते हैं। कंपनी का उद्देश्य कम से कम ध्वनि और वायु प्रदूषण और कस्टमर को बेहतर प्रोडक्ट मुहैया कराना है।