आरयू वेब टीम। संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को कांग्रेस की ओर से “संविधान रक्षक अभियान” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ईवीएम पर लगातार देशभर में उठते सवालों के बीच आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ईवीएम के खिलाफ बड़ा ऐलान कर दिया है। खड़गे ने ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने की बात कहते हुए इसके लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की तरह ही देशव्यापी मुहिम शुरू करने का सुझाव भी दिया। खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव कराने पर पता चल जाएगा कि आप कहां खड़े हैं और आपकी क्या हालत है।
वहीं उद्योगपति अडानी पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र के चुनावों में अडानी का बहुत बड़ा हाथ था, क्योंकि उन्होंने अपने धनबल से भाजपा की मदद की। मोदी ने अडानी को इतनी संपत्ति दी है कि वे इसे पचा नहीं पा रहे हैं और भाजपा की मदद के लिए चुनावों में पैसा बांट रहे हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए खड़गे ने कहा कि संविधान यूं ही नहीं बना, इसे तैयार करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने बहुत मेहनत की। इसे बनाने में बाबासाहेब आंबेडकर जी का अहम योगदान था। आज कुछ लोग संविधान की तारीफ करते हैं, उसे नमन करते हैं, लेकिन अंदर ही अंदर वे संविधान को खत्म करना चाहते हैं।
इतना ही नहीं आजादी की लड़ाई में इनका कोई योगदान नहीं है। कांग्रेस के लोग आजादी के लिए लड़े और आजादी हासिल की। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे कांग्रेस नेताओं ने देश को एकजुट रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा भी लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए निकाली। मगर भाजपा के शासन में न तो बोलने की आजादी है और न ही धार्मिक स्वतंत्रता है। ये केवल काटो-बांटों की बात करते हैं। भाजपा के राज में महिलाओं के साथ रेप होता है, आदिवासियों पर पेशाब किया जाता है और दलितों को शादी में घोड़े से उतारकर मारा-पीटा जाता है। ये संविधान के रक्षक नहीं बल्कि भक्षक हैं।
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इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा को याद दिलाया कि जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश के विभाजन से पहले बंगाल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन सरकार बनाई थी। आगे कहा कि नरेंद्र मोदी को 300 या 400 से अधिक सीटें मिलतीं तो वे तानाशाह बन जाते। भाजपा केवल 240 सीटें ही जीत पाई। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अब चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार की दो बैसाखियों पर खड़ी है। जैसे ही एक बैसाखी हटेगी तो मोदी सरकार गिर जाएगी।