आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार मन की बात में कहा कि मेरे लिए प्रधानमंत्री का पद सेवा के लिए है सत्ता के लिए नहीं, मैं सिर्फ सेवा में रहना चाहता हूं। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में आयुष्मान योजना का उल्लेख करते हुए इसके लाभार्थियों से बात कर रहे थे। इसी दौरान लाभार्थी ने इस योजना की खूबियां गिनाते हुए पीएम मोदी को शुभकामनाएं दी और ये कहा कि वह चाहता है कि आप यूं ही सत्ता में बने रहे। लाभार्थी के इस जवाब पर पीएम मोदी ने उपर्युक्त बातें कही।
पीएम मोदी ने कहा-‘मैं आज भी सत्ता में नहीं हूं और भविष्य में भी सत्ता में जाना नहीं चाहता हूं। मैं सिर्फ सेवा में रहना चाहता हूं, मेरे लिए ये पद, ये प्रधानमंत्री सारी चीजें ये सत्ता के लिए है ही नहीं, सेवा के लिए है।’
प्राकृतिक संसाधनों को बचाएं, इसी में हम सबका हित
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में प्राकृतिक संसाधनों को बचाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि हमारे आस-पास जो भी प्राकृतिक संसाधन है, हम उन्हें बचाएं, उन्हें फिर से उनका असली रूप लौटाएं। इसी में हम सबका हित है, जग का हित है। उन्होंने कहा-‘जब हम प्रकृति का संरक्षण करते हैं तो बदले में प्रकृति हमें भी संरक्षण और सुरक्षा देती है! प्रकृति से हमारे लिये खतरा तभी पैदा होता है जब हम उसके संतुलन को बिगाड़ते हैं या उसकी पवित्रता नष्ट करते हैं। प्रकृति मां की तरह हमारा पालन भी करती है और हमारी दुनिया में नए-नए रंग भी भरती है।’
मोदी उन्होंने स्टार्टअप और युवाओं का जिक्र करते हुए कहा,’ आज कल हम चारों तरफ सुनते हैं स्टार्टअप, स्टार्टअप। सही बात है, ये स्टार्टअप का युग है, और ये भी सही है कि स्टार्टअप की दुनिया में आज भारत विश्व में एक प्रकार से नेतृत्व कर रहा है।