BRICS देशों की बैठक में PM मोदी ने आतंकवाद को बताया मनावता के लिए सबसे बड़ा खतरा, सुझाव भी दिए

ब्रिक्स

आरयू इंटरनेशनल डेस्‍क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जापान के ओसाका शहर में आयोजित ब्रिक्स नेताओं की अनौपचारिक बैठक के दौरान कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है जो न सिर्फ बेगुनाहों की हत्या करता है, बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। ओसाका में प्रधानमंत्री ने आतंकवाद और जातिवाद का किसी भी जरिए से समर्थन बंद करने की जरूरत पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिये सबसे बड़ा खतरा है। यह सिर्फ निर्दोषों की ही हत्या नहीं करता, बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।

वहीं पीएम मोदी ने सुझाव देते हुए विश्‍व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को मजबूत बनाने, संरक्षणवाद से लड़ने, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने और साथ मिलकर आतंकवाद से लड़ने की जरूरत पर बल दिया। साथ ही मोदी ने कहा कि, मैं आज तीन प्रमुख चुनौतियों पर अपना ध्यान केंद्रित करूंगा।

चुनौतियों पर बोलते हुए मोदी ने आगे कहा कि पहली- वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता और गिरावट। नियम आधारित बहुपक्षीय वैश्विक व्यापार प्रणाली पर एकपक्षवाद और प्रतिस्पर्धात्मकता का प्रभाव है। संसाधनों की कमी, आधारभूत ढांचे में निवेश में लगभग 1.3 खरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की कमी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरी- विकास को सतत् और समावेशी बनाना। डिजिटलाइजेशन जैसी तेजी से बदलती तकनीकें और जलवायु परिवर्तन मौजूदा और आने वाली पीढ़ियों के लिये चुनौती पेश करती हैं। उन्होंने कहा कि विकास तभी सार्थक है जब यह असमानता घटाए और सशक्तिकरण में योगदान दे।

बताते चलें कि प्रधानमंत्री मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये जापान के ओसाका पहुंचे हैं। उन्होंने ब्राजील का राष्ट्रपति चुने जाने पर जेयर बोल्सोनारो को बधाई दी और ब्रिक्स परिवार में उनका स्वागत किया।

ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) नेताओं की मुलाकात के दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीका का राष्ट्रपति चुने जाने पर सिरिल रामफोसा को भी बधाई दी।