आरयू ब्यूरो
लखनऊ। हाल ही में थमे सपा के दंगल का असर सपा के महत्वपूर्ण कार्यक्रम पर भी पड़ा। घोषणा पत्र जारी करने के मौके पर बैनर-पोस्टर से शिवपाल यादव की तस्वीर गायब होने की सूचना पर मुलायम सिंह यादव कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।
कार्यक्रम में पहुंचे ताकतवर मंत्री आजम खां भी नेताजी की मौजूदगी नहीं देख कुछ ही मिनटों में वापस लौट गए। आजम खां ने लौटने से पहले जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।
उनके जाने के बाद तरह-तरह की अटकलें लगाई गई। कुछ ने कहा कि वह नेताजी को मनाने गए है, लेकिन कार्यक्रम खत्म होने तक न वह लौटे और न ही मुलायम और शिवपाल यादव आए।
दूसरी ओर अखिलेश यादव ने मंच से ही पिता को फोन भी लगाया। कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब पार्टी का घोषणा पत्र मुलायम सिंह और शिवपाल यादव की गैरमौजूदगी में जारी किया गया।
दोनों के नहीं आने से महत्वपूर्ण मौके पर मुलायम शिवपाल और अखिलेश को एक साथ देखने की हसरत लोगों की अधूरी रह गई। हालांकि नए नेताओं के चेहरे पर इस बात का कोई असर नहीं दिखा।