आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में अपनी मांग पर सुनवाई न होता देख अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद राहत नहीं पा सके अभ्यर्थियों ने गुरुवार को राजधानी लखनऊ में बड़ा प्रदर्शन किया। साथ ही अभ्यर्थियों ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को लागू करने की मांग की। इस दौरान शिक्षक भर्ती से जुड़े अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। जिसे देख मौके पर पहुंची पुलिस ने अभ्यर्थियों को हिरासत में लेकर जबरन ईको गार्डन पहुंचाया।
एक साल पहले आया आदेश, अब तक नहीं हुई कार्रवाई
बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का आज घेराव कर रहे सैकड़ों अभ्यर्थियों में अधिकतर महिलाएं थीं। उनका कहना था कि अब उनके सामने करो या मरो की स्थिति है। वो पिछले 66 दिनों से धरना दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट से आए आदेश को एक साल हो गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सरकार से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।
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सरकार पर तंज कसते हुए अभ्यर्थियों ने कहा कि विकलांग का नाम बदलकर दिव्यांग रख दिया है। जब अधिकार मांगते हैं तो नही मिल रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि असली सम्मान जब उनको अधिकार मिलेगा तब होगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का क्यों पालन नहीं किया जा रहा है। अधिकारी धमकी देते हैं कि सड़क पर घूमने को मजबूर कर देंगे। पुलिसबल का प्रयोग करके हमें खदेड़ा जा रहा है।
वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक हमें नियुक्ति का लिखित आदेश नहीं मिल जाता है तब तक हम ऐसे ही बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास के सामने धरने पर बैठे रहेंगे।