आरयू ब्यूरो,लखनऊ/वाराणसी। यूपी में सात मार्च को अंतिम चरण का मतदान होना है, जिसे लेकर पूर्वांचल में चुनावी सरगर्मी और तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक ताबड़तोड़ रैलियां और जनसभाएं कर रहे हैं। इसी क्रम में बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को वाराणसी में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मायावती ने सपा, भाजपा के साथ ही कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि तीनों पार्टियों के शासनकाल में उत्तर प्रदेश की जनता दुखी रही है।
मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की तरफ से पक्षपात का रवैया अपनाया जा रहा है। विशेषकर मुस्लिम समाज तो इस सरकार में हर मामले में सबसे ज्यादा दुखी रहा है, जबकि यहां प्रदेश में मुस्लिम के अलावा भी बड़े-बड़े माफिया हैं, जिन पर भाजपा की सरकार का बुल्डोजर और हथौड़ा नहीं चला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास के कार्य ज्यादातर यहां पर एक विशेष क्षेत्र और विशेष समुदाय तक ही सीमित होकर रह गए हैं। मायावती ने कहा कि इस चुनाव में खास कर सपा और भाजपा को सत्ता में आने से जरूर रोकना है।
वहीं हमला जारी रखते हुए कहा कि भाजपा की कार्यशैली जातिवादी, पूंजीवादी और आरएसएस के संकीर्ण एजेंडे को लागू करने में ही लगी है। इस सरकार में महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। गरीब, मजूदरों और बेरोजगारों, दलितों, आदिवासी, पिछड़ों और मुसलिमों के हित और कल्याण के लिए जो भी यहां सरकारी योजनाओं चल रही थी उनका वर्तमान बीजेपी सरकार में सही से लाभ नहीं मिल पा रहा है। दलितों और पिछड़ों को अब आरक्षण का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है।
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बसपा मुखिया ने आगे कहा कि इस सराकर में ज्यादातर सरकारी कार्य प्राइवेट सेक्टर के जरिए ही कराये जा रहे हैं, जिसमें इनके लिए आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है। सरकारी नौकरियों में भी इनका आरक्षण का कोटा पूरा नहीं किया जा रहा है। भाजपा की तरफ से पक्षपात का रवैया अपनाया जा रहा है।