पेगासस जासूसी मामले पर मायावती का सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध, स्वतः संज्ञान लेकर अपनी निगरानी में कराएं जांच

मायावती
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो,लखनऊ। पेगासस जासूसी कांड की खबर जब से सामने आई है  विपक्षी दल केंद्र से इस मामले में जांच कराने की मांग कर रहे हैं। यही नहीं संसद में भी इसे लेकर हंगामा हो रहा है। वहीं अब पेगासस जासूसी कांड की जांच की मांग लेकर मायावती भी सामने आईं है। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने उच्चतम न्यायालय से पेगासस जासूसी मामले का स्वत: संज्ञान लेकर अपनी निगरानी में इसकी जांच कराने का अनुरोध किया है।

मायावती ने गुरुवार को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट कर कहा कि, संसद का चालू मानसून सत्र देश, जनहित व किसानों आदि के अति-जरूरी मुद्दों पर सरकार व विपक्ष के बीच अविश्वास व भारी टकराव के कारण यह सत्र सही से चल नहीं पा रहा है। पेगासस जासूसी काण्ड भी काफी गरमा रहा है, फिर भी केन्द्र इस मुद्दे की जांच कराने को तैयार नहीं। देश चिन्तित।

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वहीं अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि, ऐसे में बीएसपी सुप्रीम कोर्ट से ये अनुरोध करती है कि वह देश में बहुचर्चित पेगासस जासूसी काण्ड के मामले में खुद ही संज्ञान लेकर इसकी जांच अपनी निगरानी में कराये ताकि इसको लेकर सच्चाई जनता के सामने आ सके।

बता दें कि इजरायली कंपनी एनएसओ के पेगासस सॉफ्टवेयर से भारत में 300 से ज्यादा हस्तियों के फोन हैक किए जाने का दावा किया जा रहा है। दावे के मुताबिक, जिन लोगों के फोन टैप किए गए उनमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह पटेल, पूर्व निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर सहित कई पत्रकार भी शामिल हैं। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है।

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