बुद्ध पूर्णिमा पर मायावती ने कहा, राजनीतिक स्वार्थ के लिए माथा टेकने का प्रचलन गलत, इससे नहीं होगा जनता का भला

मायावती
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देशभर में बुद्ध पूर्णिमा का पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी गौतमबुद्ध को उनकी जयंती पर नमन किया है। साथ ही मायावती ने प्रदेशवासियों को इसकी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि ”दूसरों के प्रति दया, करूणा, दानशीलता व इंसानियत को बनाने रखना जरूरी है, जिसके लिए गौतमबुद्ध ने सब कुछ त्याग कर अपना जीवन समर्पित किया। साथ ही नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए माथा टेकने का प्रचलन गलत है। इससे जनता का भला नहीं होगा।

बसपा मुखिया ने आज अपने एक बयान में कहा कि, बुद्ध पूर्णिमा जाति-भेद, हिंसक मनोवृत्ति, द्वेष को जीवन से त्यागने की प्रतिज्ञा दोहराने का दिन है। बसपा ने गौतमबुद्ध के आदर्शों पर चलकर यूपी में चार बार अपनी सरकार, ‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ के आधार पर चलाई। उनके आदर्शों पर चलकर सामाजिक परिवर्तन लाने का काफी प्रयास किया। हमने उनके प्ररिक नाम पर अनेकों संस्थाए, सथ्ल और पार्क बनाए। हमने समाज के लिए काम किया, जबकि दूसरे लोग राजनीतिक उद्देश्य के लिए उनके आगे माथा टेकते हैं।

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मायावती ने कहा कि ”महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों के आगे नमन व उनके आगे माथ टेकना अलग बात है, लेकिन इसका इस्तेमाल घोर राजनीतिक स्वार्थ के लिए किए जाने का प्रचलन अनुचित है। ऐसे दिखावटी व नुमाइशी हरकतों से लोगों का सही भला होने वाला नहीं है। इसलिए सभी प्रकार के द्वेष, विद्वेष व संकीर्णता को त्याग कर तथागत गौतमबुद्ध के जीवन आदर्श पर थोड़ा सा चलकर समाज हित के साथ खासकर देश को फिर से जगतगुरु बनाने के ईमानदार प्रयास की सख्ती जरूरत है। उन्होंने कहा, समाज के साथ-साथ सरकारों को भी अपनी नियत और नीति को पाक साफ बनाकर कथनी और करनी के अंतर को मिटाना होगा।”

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