मोदी सरकार की नीति पर मायावती ने उठाया सवाल, सम्‍मान नहीं खुला अपमान है किसानों को प्रतिदिन 17 रुपए देना

धार्मिक विवाद
फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। प्रधानमंत्री किसान सम्‍मान निधि योजना के तहत किसानों के बैंक खातों में पैसा भेजे जाने को लेकर रविवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है। यूपी की पूर्व सीएम ने किसानों को पांच सौ रुपए महीना दिए जाने पर कहा है कि गोरखपुर में बड़े तामझाम के साथ शुरू की गई इस योजना के तहत कुछ गरीब किसानों को 17 रुपये प्रतिदिन देने की व्‍यवस्‍था वास्तव में मेहनतकश किसानों का सम्मान नहीं, बल्कि खुला अपमान है।

यह भी पढ़ें- मायावती को लेकर भाजपा विधायक के विवादित बयान पर BSP का पलटवार, मेंटल अस्‍पताल में कराया जाए भर्ती

बसपा सुप्रीमो ने आज अपने एक बयान में कहा कि किसान देश का सबसे बड़ा मेहनतकश समाज है। इनको थोड़ी सी सरकारी सहायता देने की मोदी सरकार की सोच अनुचित ही नहीं, बल्कि अहंकारी भी है। किसान समाज सबसे पहले अपनी फसल का लाभकारी मूल्य चाहता है और इस वादे को पूरा करने में मोदी सरकार विफल साबित हुई जो कि खुली वादाखिलाफी है।

यह भी पढ़ें- अखिलेश को रोके जाने की घटना को मायावती ने बताया तानाशाही, कहा गठबंधन से बौखला गई है योगी सरकार

किसानों के लिए शुरू की गयी मोदी सरकार की इस योजना को मायावती ने चुनावी स्‍टंट भी बताते हुए कहा कि इससे किसान समाज को सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं मोदी सरकार पर आज एक बार फिर सत्‍ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि सत्‍ता का गलत इस्‍तेमाल कर सरकार ने जनता को काफी त्रस्‍त और उनके जीवन को बदहाल कर दिया है, जिसका प्रमाण नोटबंदी व जीएसटी को जनता पर जबरदस्‍ती थोपने का फैसला भी है।इन सबके बाद अब लोकसभा चुनाव के समय में भी मोदी सरकार अपनी शरारत-पूर्ण मानसिकता से बाज नहीं आ रही है।

यह भी पढ़ें- मोदी ने जारी किया किसान सम्मान निधि योजना की पहली किस्त, कांग्रेस पर भी साधा जमकर निशाना