आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को आज लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने की घटना को लेकर मायावती ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। सूबे की पूर्व सीएम ने न सिर्फ इसे योगी सरकार की तानाशाही बताया है बल्कि अखिलेश को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में नहीं पहुंचने देने की घटना को लोकतंत्र की हत्या के रूप में देखा है।
यह भी पढ़ें- खनन घोटाला: अखिलेश के समर्थन में खुलकर उतरीं मायावती, कहा घबराने की जरूरत नहीं, ये BJP का पुराना हथकंडा
बसपा सुप्रीमो ने आज अपने एक बयान में कहा है कि यह अति-निंदनीय राजनीतिक द्वेष से प्रेरित सरकारी कदम है तथा बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या का प्रतीक भी है। हमला जारी रखते हुए मायावती बोलीं कि भाजपा सरकार बीएसपी व सपा के गठबंधन से इतनी ज्यादा भयभीत व बौखला गई है कि अब वह उन्हें राजनीतिक गतिविधि व पार्टी प्रोग्राम आदि करने पर भी रोक लगाने पर तुल गई है।
हर स्तर पर डटकर किया जायेगा मुकाबला
इसके साथ ही मायावती ने आज ऐलान करते हुए कहा कि ऐसी भाजपा सरकार की ऐसी अलोकतांत्रिक कार्रवाईयों का हर स्तर पर डटकर मुकाबला किया जायेगा।
कुंभ का भी राजनीतिक तौर पर अपहरण कर…
वहीं मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि वास्तव में बीजेपी सरकार धर्म के साथ-साथ कुंभ का भी राजनीतिक तौर पर अपहरण करके इसको भी चुनावी स्वार्थ के लिये ज्यादा से ज्यादा भुनाने का प्रयास करने में लगी है, इसीलिए लोग काफी आशंकित भी हैं। अखिलेश यादव को प्रयागराज नहीं जाने देने की कार्रवाई स्पष्टतः इसी प्रयास का ही परिणाम लगता है।