आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मायावती व बसपा पर ब्राह्मण विरोधी होने के लग रहे आरोपों के बीच बसपा सुप्रीमो ने भाजपा को जवाब दिया है। साथ ही मायावती ने योगी सरकार को श्रीराम के उच्च आदर्शों पर चलने की सलाह देते हुए कहा है कि इसी रास्ते पर चलकर जनता का विकास व उत्थान संभव है। इसके अलावा आज ब्राह्मणों को काफी बुद्धिमान बताते हुए मायावती ने उनपर भी भरोसा जताया है।
शनिवार को मायावती ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए ट्विट कर कहा कि, बीजेपी द्वारा केवल रामराज्य की बात करने से यूपी की गरीब जनता का विकास व उत्थान आदि नहीं होने वाला है और न ही उन्हें जुल्म-ज्यादती से निजात ही मिलने वाली है, बल्कि श्रीराम के उच्च आदर्शों पर चलकर सरकार चलाने से ही यह सब संभव हो सकता है, जिसपर यह सरकार चलती हुई नजर नहीं आ रही है।
वहीं ब्राह्मणों को लेकर लग रहे आरोप पर जवाब देते हुए मायावती ने ट्विट किया कि खासकर ब्राह्मण समाज के प्रति बीजेपी की जातिवादी कार्यशैली से दुखी हो अब भाजपा से अलग होकर व बीएसपी में जुड़ते हुये देखकर इन्हें यह कह रहे हैं कि तिलक, तराजू की बात करने वाले अब परशुराम की बात कर रहे हैं, लेकिन ब्राह्मण समाज काफी बुद्धिमान है और भाजपा के बहकावे में नहीं आयेगा।
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साथ ही अपने तीसरे ट्विट में मायावती ने सफाई देते हुए कहा कि जग-जाहिर है कि तिलक, तराजू आदि की बात बीएसपी ने कभी नहीं कही और ना ही बाबरी मस्जिद के स्थान पर कभी शौचालय बनाने की भी बात कही है। ये सब घृणित आरोप विरोधियों ने सिर्फ बसपा को नुकसान पहुंचाने के लिए इन्हें जबरन हमारी पार्टी से जोड़ दिया है, जो अति निंदनीय।
बसपा सुप्रीमो ने अपने अगले ट्विट में कहा कि अगर इस आरोप में थोड़ी भी सत्यता होती तो फिर बीएसपी अपनी पिछली सरकार में खासकर ब्राह्मण समाज के विधायकों को बड़ी संख्या में मंत्री व अन्य उच्च पदों पर क्यों रखती? वैसे यह समाज सब कुछ जानता है। वे बिल्कुल गुमराह नहीं होंगे। पार्टी को इनपर पूरा भरोसा।