आरयू ब्यूरो,लखनऊ। अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के निकट की जमीन से भाजपा के विधायकों, महापौर और प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा औने-पौने दाम में खरीदे जाने का मामला सामने आने के बाद से विपक्ष भाजपा सरकार को घेर रहा है, जिसके बाद इस पर प्रतिक्रिया देते हुए यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी गुरुवार को कहा कि अयोध्या में नेताओं और अफसरों द्वारा बड़े पैमाने पर जमीन औने-पौने दामों में खरीदे जाने के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। साथ ही उच्च न्यायालय से इसमें हस्तक्षेप का आग्रह किया है।
मायावती ने लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय पर प्रेसवार्ता में भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा की 300 से ज्यादा सीटें जीतने वाले बयान में कोई दम नहीं है। भाजपा ने अगर काम किया होता सरकार जाने के अंतिम समय में उसे लोकार्पण नहीं करनी पड़ती। यूपी की जनता प्रलोभन के बहकावे में आने वाली नहीं है। यूपी की जनता परिवर्तन चाहती है।
वहीं विपक्षी पार्टियों के नेताओं के फोन टैप कराए जाने से संबंधित आरोपों के बारे में मायावती ने कांग्रेस को भी निशाने पर लेते हुए कहा “जब केंद्र में कांग्रेस होती है तो वह भी यही काम करती है। जब भाजपा सत्ता में है तो वह भी यही काम कर रही है। इसमें कहां तक सच्चाई है यह तो मैं नहीं कह सकती हूं, लेकिन जब यह आम चर्चा है कि फोन टैप हो रहे हैं तो हो सकता है कि इसमें सच्चाई हो।”
यह भी पढ़ें- बोलीं मायावती, महिलाओं के प्रति दिखावटी है कांग्रेस व भाजपा का रवैया, BSP सरकार के प्रयासों को भुना रहीं पार्टियां
इस दौरान आगामी विधानसभा चुनाव के बारे में अपनी पार्टी की तैयारियों का जिक्र करते हुए बसपा प्रमुख ने बताया कि बसपा के यूपी के सभी 75 जिलों के जिलाध्यक्षों की महत्वपूर्ण बैठक है और सभी सीटों के लिए पार्टी की तैयारियों को लेकर गहन समीक्षा की जाएगी। 21 अक्टूबर से शुरू हुई सभी विधानसभा सीटों के पदाधिकारियों की तैयारियों के संबंध में रिपोर्ट ली जाएगी। सभी सीटों पर रिपोर्ट के आधार पर कमियों को दुरुस्त किया जाएगा। विधानसभा की सभी सीटों पर विस्तार से रिपोर्ट ली जाएगी।
मायावती ने कहा कि प्रत्याशियों को किन बातों का ध्यान रखना है उसके दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियां सा- दाम-दंड-भेद करके अपने अपने पक्ष में हवा बना रहे हैं। बीजेपी, सपा और दूसरी विरोधी पार्टियां अपनी-अपनी कमियों पर पर्दा डाल रहे हैं। चुनाव को हिंदू-मुसलमान का रंग दे रहे हैं।
बसपा मुखिया ने कहा कि सरकार की खराब नीतियों को जन-जन तक बताया जाएगा। 2007 की तरह सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की सरकार बनानी है। बसपा की सरकारों में अन्याय अपराध भ्रष्टाचार मुक्त और विकास युक्त सरकार रही है। मैं प्रदेश की जनता से पूछना चाहती हूं कि आजादी के बाद से कांग्रेस, भाजपा, सपा और बसपा के शासनकाल सब ने देखा है, जनता खुद बताए कि किस का शासन काल सबसे बेहतर रहा है।