मायावती ने कहा, बीजेपी का ‘समान नागरिक संहिता’ को चुनावी मुद्दा बनाना खास बात नहीं, “पूछा, 545 करोड़ का चुनावी चंदा आखिर जा कहां रहा”

मायावती
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। हर बड़े चुनाव की तरह गुजरात चुनाव में भी राजनीतिक पार्टियां हिंदू-मुस्लिम व अन्‍य विवादित मुद्दों को हवा देकर आम जनता से सीधे जुड़े मुद्दे से चुनाव को भटकानें में लगी है। वहीं इन सबके बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी भाजपा पर निशाना साधा है।

मायावती ने रविवार को कहा है कि बीजेपी द्वारा समान नागरिक संहिता को चुनावी मुद्दा बनाना खास बात नहीं, लेकिन गुजरात में इसको चुनावी मुद्दा बनाने से इस आमचर्चा को बल मिलता है कि वहां बीजेपी की हालत वास्तव में ठीक नहीं है। साथ ही आज मायावती ने राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे को लेकर भी चिंता जाहिर की है। मायावती ने कहा गुप्त फण्डिंग के जरिए 545 करोड़ रुपये का चंदा दिया जा चुका है, आखिर यह पैसा कहां जा रहा है।

बसपा सुप्रीमो ने ट्विट करते हुए कहा कि यूपी व अन्य राज्यों में भी रोजगार व विकास के बजाय बीजेपी द्वारा विवादित एवं विभाजनकारी मुद्दों की तरह समान नागरिक संहिता को चुनावी मुद्दा बनाना खास बात नहीं, लेकिन गुजरात में इसको चुनावी मुद्दा बनाने से इस आमचर्चा को बल मिलता है कि वहां बीजेपी की हालत वास्तव में ठीक नहीं है।

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साथ ही मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार ने हाल ही में खुद सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि यूनिफार्म सिविल कोड के मामले पर कोई निर्णय अभी न किया जाए, क्योंकि इसे वह 22वें लॉ कमीशन को सौंपेगी, तो फिर गुजरात विधानसभा चुनाव में ऐसा क्या होने जा रहा है जिससे बीजेपी विचलित है व झुक रही है।

वहीं राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले भारी भरकम चंदे को लेकर मायावती ने कहा कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए जनता की नजर से अज्ञात श्रोतों से प्राप्त अकूत धन का इस्तेमाल कितना उचित? ताजा आंकड़े बताते हैं कि गुजरात व हिमाचल विधानसभा आमचुनाव से पहले चुनावी बॉंड की गुप्त फण्डिंग के जरिए 545 करोड़ रुपये के चंदे दिए गए हैं। यह धन कहां जा रहा है?