आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देश के संविधान को लेकर चल रही राजनीत पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। आज यूपी की पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा को किसी भी कीमत पर देश का संविधान नहीं बदलने देंगे, जरूरत पड़ी तो इसके लिए संघर्ष करने के लिए भी तैयार हैं।
मायावती ने एक्स पर पोस्ट पर करते हुए आज इस बारे में दावा किया कि कांग्रेस, बीजेपी व अन्य किसी भी पार्टी को उनके राजनैतिक स्वार्थ में, ख़ासकर आरक्षण को लेकर अपने देश के संविधान को किसी भी कीमत पर बदलने नहीं देंगे तथा जरूरत पड़ने पर इसके विरुद्ध बीएसपी संघर्ष के लिए भी तैयार है।
भाजपा का शासनकाल जनता के हिसाब से नहीं
वहीं योगी सरकार के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार का आठ सालों का शासनकाल, जनता की उम्मीद के हिसाब से पूरे तौर से खरा नहीं उतरा है। कानून-व्यवस्था के मामले में तो स्थिति काफी ज्यादा ख़राब रही है, जिससे जनता काफी दुखी है। इस ओर सरकार जरूर ध्यान दे।
बाबा साहब को था मनुस्मृति का पूरा ज्ञान, मुझे भी है
इसके साथ ही हिन्दु धर्मगुरु रामभद्रचार्य के बयान का खंडन करते हुए यूपी की पूर्व सीएम ने कहा कि मनुस्मृति का बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर को पूरा ज्ञान था। उनकी अनुयायी व बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को भी इसका पूरा ज्ञान है। तभी इस व्यवस्था के विरुद्ध आवाज़ उठाकर यहां दुखी व पीड़ितों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बीएसपी की स्थापना की गई है, यह भी सर्वविदित है।