आरयू ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड चुनाव में भाजपा को मिलती जबरदस्त जीत के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरे चुनाव में चर्चा आम रही है कि बटन कोई भी दबाव वोट भाजपा को जा रहे हैं। मायावती ने प्रेस वार्ता कर कहा कि इस बात को यहां से बल मिलता है कि मुस्लिम बहुल्य इलाकों में भी भाजपा को बड़ी संख्या में वोट मिले हैं।
जबकि यूपी में करीब 20 प्रतिशत मुस्लिमों की अबादी होने के बाद भी भाजपा ने एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया था। अब मुस्लिम इलाको से बीजेपी को वोट मिलने की बात गंभीरता से सोचने वाली होने के साथ किसी के गले से उतरने वाली भी नहीं है।
मायावती ने कहा कि उन्होंने इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा है। इसके साथ ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनके अंदर ईमानदारी है तो वह खुद भी चुनाव आयोग को बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव कराने की बात लिखकर दे।
इस मसले पर विपक्ष हो एक जुट
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हालात लोकतंत्र के लिए किसी भी लेहाज से ठीक नहीं है। इस मामले में पूरे विपक्ष को सोचने के साथ ही आवाज उठानी चाहिए। ऐसा ही चलता रहा तो देश में लोकतंत्र नाममात्र का रह जाएगा।
इसके साथ ही यही प्रक्रिया 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनाई गई तो भाजपा को छोड़कर दूसरी पार्टियों को चुनाव लड़ना मात्र औपचारिकता होगी। उन्होंने कहा कि इसी तरह की गड़बडि़या अमेरिका में भी की गई थी जिसके बाद वहां फिर से बैलेट पेपर से चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू हुई।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि 2014 के लोकसभा के चुनाव में भी ईवीएम के गड़बड़ी की शिकायत आई थी, लेकिन हमने ध्यान नहीं दिया। परिणाम आने के बाद अब लोगों का भरोसा ईवीएम से पूरा तरह से उठ गया है।
जनता अब सवाल कर रही है कि जो वोट उन्होंने बीएसपी को दिए थे, वे आखिर कहां चले गए। जब हमने वोट ही नहीं दिया तो गैर बीजेपी के वोट इनकों कैसे मिल गए। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी गड़बड़ी की गई है।